नक्सलियों की चिट्ठी- कोरोना मानवता पर संकट, अभी नहीं करेंगे सैनिकों पर हमले

पूरा देश कोरोना वायरस की महामारी से जूझ रहा है. बस और ट्रेन के पहिए थम चुके हैं, तो विमानों की उड़ानें भी बंद चल रही हैं. केंद्र सरकार ने हालात की गंभीरता को देखते हुए देश में 21 दिन के लिए लॉकडाउन लागू किया है. केंद्र और राज्यों की सरकारें कोरोना से बचने के लिए लोगों से घरों में रहने की अपील कर रही हैं.

विभिन्न इलाकों से लॉकडाउन के नियमों के उल्लंघन की खबरें भी लगातार आ रही हैं. इन सबके बीच नक्सलियों ने कोरोना वायरस के कारण हमले न करने का ऐलान किया है. नक्सलियों की ओर से इस संबंध में एक बयान जारी किया गया है, जिसमें कोरोना संकट को देखते हुए सुरक्षाबलों पर कोई भी हमला नहीं करने की बात कही गई है.

प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओ) की मलकानगिरी, कोरापुट और विशाखा डिवीजन कमेटी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि मानवता पर मंडराते इस खतरे को देखते हुए वे सुरक्षाबलों को निशाना नहीं बनाएंगे. पार्टी के डिविजनल सेक्रेटरी कैलासम ने इस संबंध में लिखित और ऑडियो बयान जारी कर इस फैसले की जानकारी दी है.

कैलासम ने साथ ही यह भी कहा है कि यदि सुरक्षाबलों ने उनपर हमले किए, तो वे जवाबी हमला करेंगे. नक्सलियों ने लॉकडाउन और लाइट बंद कराने के अभियान को लेकर सरकार की आलोचना की और आरोप लगाया कि संकट के इस समय में भी लोगों को पीड़ित होने दिया जा रहा है. मदद नहीं मिल पा रही है.

गौरतलब है कि देश में मरीजों की संख्या 3500 से अधिक हो गई है. आंध्र प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की तादाद 161 पहुंच गई है. कोरोना के कारण एक व्यक्ति की जान जा चुकी है, जबकि एक पूरी तरह ठीक होकर घर लौट चुका है.



Web Title : NAXALS LETTER: CORONA CRISIS ON HUMANITY, WILL NOT YET ATTACK SOLDIERS

Post Tags: