लगभग हर पेरेंट्स इस सोच में रहते हैं कि अपनी लाड़ली के भविष्य के लिए कौन सी योजना लेनी चाहिए. अगर आप भी ऐसा ही कुछ सोच रहे हैं तो आज हम आपको ऐसी सरकारी योजनाओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जो लड़कियों के लिए काफी फायदेमंद हैं और इससे उन्हें भविष्य में आर्थिक रुप से काफी हेल्प मिल सकती है.
भारत सरकार द्वारा देश में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा और देश में महिलाओं की स्थिति में सुधार करने के लिए बेटियों के लिए कई सरकारी योजना शुरू की है. जी हां भारत सरकार देश में बेटियों के बेहतर विकास के लिए निरंतर काम कर रही है, जिसके लिए कई फायदेमंद योजनाएं भी शुरू की है. तो देर किस बात की आइए हमारे साथ आप भी लाडली के भविष्य को सुरक्षित रखने वाले ऐसी ही 3 सरकारी योजनाओं के बारे में जानें-
सुकन्या समृद्धि योजना
सुकन्या समृद्धि योजना को लड़कियों के लिए सबसे अच्छा सेविंग प्लान माना जाता है. इस योजना की शुरुआत पीएम मोदी द्वारा की गई है. इस योजना के तहत हर साल 1 हजार से डेढ़ लाख रुपये सलाना जमा कराना होता है. एक महीने या वित्तीय वर्ष में पैसे जमा करने की कोई सीमा नहीं है. इसमें प्रतिवर्ष 8. 1 प्रतिशत की वर्तमान ब्याज दर मिलता है जो सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली योजनाओं में सबसे अच्छा है. हर साल आपकी ओर से तय अमाउंट 14 साल तक जमा करना होता है. इस योजना में बेटी के 18 साल के होने पर खाते में से आधा पैसा निकाला जा सकता है. वहीं 21 साल होने के बाद खाता बंद कर दिया जाता है और आप पूरा पैसा पा सकते हैं.
बालिका समृद्धि योजना
बेटियों के लिए यह भारत सरकार की एक और अच्छी योजना है. जन्म के समय बेटियों के प्रति परिवार और समाज के नकारात्मक भाव को दूर करने, स्कूलों में लड़कियों के दाखिले को बढ़ावा देने, लड़कियों की शादी की उम्र को बढ़ाने और रोजगार के मामले में लड़कियों की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए 15 अगस्त 1997 में शुरू किया गया था. बालिका समृद्धि योजना में बेटी के जन्म पर सरकार द्वारा 500 रुपये तोहफे के रूप में दिए जाते है. इस योजना में बालिकाओं की अच्छी शिक्षा के लिए हर साल दसवीं तक स्कॉलरशिप भी दी जाती है. ग्रामीण क्षेत्रों में इस योजना का कार्यान्वयन ICDS द्वारा और शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया जाता है. यह योजना मुख्य रूप से बीपीएल परिवारों के लिए बनी है और इसमें एक परिवार की केवल दो बेटियों को ही फायदा होता है.
लाडली योजना
देश की राजधानी दिल्ली में सरकार ने बेटियों के जन्म, उनकी पढ़ाई को बढ़ावा देने और लड़कियों के साथ होने वाले भेदभाव को दूर करने के लिए साल 2008 में लाडली योजना की शुरुआत की थी. लाडली योजना में बच्चियों के जन्म और पढ़ाई के विभिन्न स्टेप्स में सरकार उनके बैंक खाते में पैसे जमा होते है जो बच्ची के 18 साल के होने के बाद उनकी जरूरत के हिसाब से निकाले जा सकते है. इस योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर हर परिवार की दो बेटियों को पढ़ाने के लिए सरकार बैंक में पैसा जमा करती है.
आप भी अपनी लाडली के भविष्य के लिए इनमें से कोई 1 सरकारी योजना ले सकते हैं.