एक महिला ने यूनिवर्सिटी कैंपस के भीतर लड़कियों के लेगिंग्स पहनने पर चिंता जताई है. मरयन व्हाइट नाम की एक महिला ने यूनिवर्सिटी ऑफ नोट्रे डेम के लिए प्रकाशन करने वाली ´द ऑब्सर्वर´ के संपादक को एक खुला खत लिखा है.
महिला ने लिखा, मैं चार बेटों की कैथोलिक मां हूं और मेरी एक समस्या सिर्फ लड़कियां सुलझा सकती हैं, वो समस्या है- लेगिंग्स.
मरयन व्हाइट ने कहा कि वह लड़कियों को ´नग्न´ देखकर थक गई हैं. वह अपने चारों बेटों के साथ चर्च गई थीं लेकिन लेगिंग्स पहने लड़कियों के शरीर को नजरअंदाज करना बेहद मुश्किल था. यूनिवर्सिटी ऑफ नोट्रे डेम की लड़कियों को सुझाव देते हुए महिला ने लिखा, जब अगली बार आप शॉपिंग के लिए जाएं तो बेटों की मां के बारे में सोचिए और लेगिंग्स की जगह जींस खरीदिए.
मरयन ने लिखा, मैंने काफी इंतजार किया कि यह फैशन बदल जाएगा और इस तरह का खत लिखने की कोई जरूरत नहीं पड़ेगी लेकिन ऐसा होते दिख नहीं रहा है. मैं किसी को अपमानित नहीं करना चाहती हूं और ना ही किसी के अधिकार को छीनना चाहती हूं.
महिला ने लिखा, चर्च में हमारे सामने युवा लड़कियों का एक ग्रुप जा रहा था, सबने टाइट फिटिंग की लेगिंग्स के साथ कमर से ऊपर के छोटे टॉप पहन रखे थे. कई लड़कियों को देखकर ऐसा लग रहा था जैसे लेगिंग्स नहीं है बल्कि शरीर पर केवल पेंट करा रखा है. लेगिंग्स से नग्नता झलकती है.
महिला ने लिखा, भीड़ में इन युवा लड़कियों को देखकर मैं शर्मिन्दा हो गई. मैं अपने आस-पास खड़े दूसरे लड़कों के बारे में सोचने लगी. कोई भी उनके हिप्स देखने से खुद को नहीं रोक पा रहा था. मैं उन्हें नहीं देखना चाहती लेकिन फिर भी उन्हें नजरअंदाज ही नहीं किया जा सकता था. युवा लड़कों के लिए उन्हें इग्नोर करना कितना मुश्किल होगा!
मरयन ने आगे लिखा, मैं घबरा रही थी क्योंकि असभ्य लड़के अजीब तरीके से उन लड़कियों को घूर रहे थे जबकि अच्छे लड़के घूरने से बचने के लिए हरसंभव कोशिश कर रहे थे.
महिला ने खत में आगे लिका, मैं तुम्हारी नग्नता को कंबल से ढकना चाहती हूं और तुम्हें सुरक्षित बनाना चाहती हूं. मैं अपने बेटों की आंखों पर पट्टियां बांध देना चाहती हूं ताकि वे तुमसे बच सकें!
इसके बाद सोशल मीडिया पर इस पोस्ट को लेकर विरोध शुरू हो गया. कई महिलाओं ने लेगिंग्स के साथ अपनी तस्वीरें पोस्ट कीं.
फिलॉसफी की पढ़ाई कर रहीं जैरेट ने लिखा, मरयन के खत से ऐसा लग रहा है कि लड़कियों का फिगर होना ही गुनाह है. वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा कि यह खत उसी मानसकिता से लिखा गया है जिसमें रेप होने पर लड़कियों को ही दोषी ठहराया जाता है.
पिकानो नाम की महिला ने लिखा, अगर नग्नता गलत है तो महिला को अपने बेटों को समझाना चाहिए कि वे बीच पर हर वक्त पूरे कपड़ों में जाएं. महिला के अपने ही तर्कों के मुताबिक, धूप में खेल रहे हर पुरुष को खुद पर शर्म आनी चाहिए. एक मां होने के तौर पर उन्हें अपने बेटे की परवरिश ऐसी करनी चाहिए कि वे किसी की बेटी को अपने शरीर से आकर्षित करने की कोशिश ना करें.