भाजपा के बाद कांग्रेस ने भी घोषित नहीं किया बालाघाट-सिवनी संसदीय प्रत्याशी, कमलनाथ की भाजपा में इंट्री की तरह तो नहीं उछला भारती पारधी का नाम?, जब केन्द्रीय नेतृत्व घोषणा करेगा तब हम मानेंगे-कावरे

बालाघाट. बीते दिनो में भाजपा ने प्रथम सूची में प्रदेश के 29 लोकसभा सीटो में 24 लोकसभा सीटो पर प्रत्याशी के नामों की घोषणा कर दी, शेष 5 नामो पर 11 मार्च को हुई केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद माना जा रहा था कि केन्द्रीय नेतृत्व 12 मार्च को कभी भी दूसरी सूची में बालाघाट संसदीय सीट से प्रत्याशी के नाम का ऐलान कर देगा, लेकिन भाजपा प्रत्याशी की घोषणा को लेकर मीडिया की कयास धरे के धरे रह गए. भाजपा के एक बडे नेता का कहना है कि भाजपा में टिकिट किसे मिलेगी, यह तो भगवान जानते है या फिर प्रधानमंत्री मोदी.  

भाजपा की तरह ही कांग्रेस ने भी प्रदेश की 10 सीटो पर लोकसभा प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है लेकिन कांग्रेस ने भी भाजपा की तरह, बालाघाट सीट पर अब तक किसी प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया. इसी बीच 12 मार्च को दोपहर से प्रादेशिक मीडिया से यह कयास लगाए जाने लगे कि बालाघाट की संसदीय सीट पर नेतृत्व ने महिला प्रत्याशी के रूप में भारती पारधी का नाम लगभग तय कर दिया है. हालांकि यह कयास कितना पुष्ट है, इसकी पुष्टि पर पार्टी के अध्यक्ष रामकिशोर कावरे कहते है कि अभी टिकिट को लेकर कोई फैसला नहीं किया गया है. जब तक केन्द्रीय नेतृत्व पार्टी प्रत्याशियों के नामो की अधिकृत सूची ना जारी कर दे और मीडिया को अधिकारिक रूप से बयान ना दे दे, जब तक कुछ भी संभव नहीं है. यह केवल मीडिया में चल रहा है, हालांकि आधार पर ही मीडिया में खबरो के चलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हालिया दिनो में कोई और नाम चल रहा था.

हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और भाजपा सूत्रो की मानें तो अभी बालाघाट संसदीय सीट पर अधिकारिक घोषणा होना बाकी है. घोषणा के बाद ही तय होगा कि बालाघाट का प्रत्याशी कौन होगा. जिसमें महिला प्रत्याशियो में भी और भी कई दावेदार है. वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेताओ में पूर्व सांसद डॉ. ढालसिंह बिसेन, पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन की टिकिट की होड़ में है.  

भाजपा के एक नेता की मानें तो हवा बनाने के लिए भारती पारधी का नाम उछाला गया है तो क्या कांग्रेस नेता कमलनाथ के भाजपा में आने की तरह ही भारती पारधी का नाम उछाला गया है. फिलहाल जो भी भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व ने टिकिट की दौड़ में खड़े कई भाजपाईयों की नींद और चैन उड़ा दिया है. चूंकि भाजपा प्रदेश से लेकर केन्द्र तक सत्ता में है और जिस प्रकार से माहौल, प्रधानमंत्री मोदी के पक्ष में नजर आ रहा है, उससे हर कोई बहते पानी में बहने की सोचकर, सांसद बनने के ख्वाब देख रहा है.  

दूसरी ओर विधानसभा चुनाव में जिले की 04 विधानसभा सीटो को जीतने वाली कांग्रेस में भले ही प्रत्याशी को लेकर दौड़ नहीं है लेकिन कांग्रेस की पूर्व विधायक सुश्री हीना कावरे, वर्तमान विधायक मधु भगत और अनुभा मुंजारे का नाम टिकिट के लिए चलने और पूर्व सांसद कंकर मुंजारे के कांग्रेस से टिकिट मांगे जाने से कांग्रेस की टिकिट को लेकर भी ऊहापोह की स्थिति है. उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही दोनो ही पार्टियां, प्रत्याशी के नामों की घोषणा कर सकती है लेकिन बालाघाट संसदीय सीट पर प्रत्याशी की घोषणा पहले भाजपा करेगी या कांग्रेस, यह देखना होगा.  


Web Title : AFTER BJP, CONGRESS ALSO DID NOT DECLARE BALAGHAT SEONI PARLIAMENTARY CANDIDATE, DID KAMAL NATHS ENTRY INTO BJP NOT JUMP LIKE BHARTI PARDHIS NAME?