बालाघाट. जिला चिकित्सालय में विगत एक महिने से आग से झुलसी नवविवाहिता शांतकला पति जितेन्द्र भुर्रे की आज उपचार के दौरान मौत हो गई. बताया जाता है कि एक माह पूर्व आग से झुलसी नवविवाहिता को बचाने में उसका पति भी गंभीर रूप से झुलस गया. जिसके बाद से दोनो का उपचार जिला चिकित्सालय में चल रहा था. वहीं भाई गोवर्धन मेश्राम ने बहन शांतकला की मौत पर उसके ससुरालवालों पर मिट्टी तेल डालकर जला देने का आरोप लगाया है.
मिली जानकारी अनुसार विगत एक माह पूर्व मोवाड़ निवासी शांतकला भुर्रे पति जितेन्द्र भुर्रे ने घर पर मिट्टी तेल डालकर स्वयं को आग लगा ली थी. जिसको बचाने गया पति जितेन्द्र भुर्रे भी आग बुझाने के दौरान आग की चपेट में आने से झुलस गया था. जिसके बाद दोनो पति, पत्नी को उपचारार्थ जिला चिकित्सालय लाकर भर्ती कराया गया था. जहां से बेहतर उपचार के लिए शांतकला को उसके ससुरालवाले नागपुर भी लेकर गये थे किन्तु ईलाज के लिए आर्थिक परेशानी के चलते उसे पुनः जिला चिकित्सालय में लाकर भर्ती कराया था. जहां उसका उपचार चल रहा था.
पति जितेन्द्र भुर्रे ने बताया कि लगभग एक माह पहले उसने पत्नी से 5 सौ रूपये मांगा था. जिसको लेकर मामुली विवाद में पत्नी ने स्वयं पर मिट्टी तेल डालकर स्वयं को आग लगा ली थी. जिसको बुझाने में वह भी जल गया था, पत्नी को आग से बुझाने में पति जितेन्द्र भुर्रे भी लगभग 35 प्रतिशत पूरी तरह से जल गया था. जिसके बाद दोनो का उपचार जिला चिकित्सालय में चल रहा था. जिसकी आज 4 मई को मौत हो गई.
जबकि मृतका शांतकला का भाई गोवर्धन मेश्राम ने आरोप लगाया है कि पत्नी के दो बच्चे थे. बच्चो के जन्म देने के बाद शासन की योजनानुसार बहन के खाते में राशि आई थी. जिसको खाते से निकलने को लेकर उसका पति और ससुरालवाले उसे परेशान करते थे. घटना दिनांक को भी उसके पति ने उसकी बहन को खाते से राशि निकलने की बात कही. जिसके द्वारा राशि नहीं निकलने पर पति और ससुरालवालों ने उसकी बहन को मिट्टी तेल डालकर जला डाला.
बहरहाल मामला जो भी हो लेकिन इस हादसे में महिला के मृत हो जाने के बाद दो मासुमो के सिर से मां का साया छिन गया है. जिनकी बिना मां के उचित परवरिश को लेकर सवाल खड़े होने लगे है. वहीं मृतका महिला की तहरीर मिलने के बाद अस्पताल चौकी प्रभारी लखन भीमटे, प्रधान आरक्षक टिकमचंद उईके और आरक्षक श्री गेडाम ने शव बरामद कर पंचनामा कार्यवाही के बाद शव का पीएम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है. मामले की अग्रिम जांच संबंधित थाना पुलिस द्वारा की जायेगी.