पुलिसकर्मी बताकर वनकर्मी गाड़ियों को रोककर कर रहे थे वसुली?, शिकायत पर थाने लेकर पहुंची पुलिस कर रही मामले की जांच

बालाघाट. कथित तौर पर पुलिसकर्मी बनकर वाहन चेकिंग करने के नाम पर दो वनकर्मियों पर वसुली का आरोप लगा है, जिसकी शिकायत के बाद पुलिस उन्हें थाना लेकर पहंुची. घटना 08 मई की दोपहर की बताई जा रही है, जब लांजी मुख्यालय से बैठक से लौट रहे दो वनकर्मियों ने लांजी थाना अंतर्गत दुल्हापुर में वाहन को रोककर चेकिंग के नाम पर वसुली की. इस दौरान उनके द्वारा मारपीट किए जाने की भी बात कही जा रही है. फिलहाल पुलिस ने कुछ लोगों की श्किायत पर वनकर्मियों को पुलिस थाना लाया और मामले को जांच में लिया है.

बताया जाता है कि वन परिक्षेेत्र किरनापुर सामान्य में पदस्थ कार्यवाहक वनपाल एवं वनरक्षक, 8 मई को लांजी में वनविभाग द्वारा आयोजित कार्यशाला  में शामिल होने लांजी पहुंचे थे. जो बैठक समाप्त होने के पश्चात लांजी थाने के अंतर्गत लांजी-रजेगांव हाइवे मार्ग के ग्राम दुल्हापुर चौक में पुलिसकर्मी बनकर राहगीरों को रोककर वाहनों के दस्तावेज जांचने लगे. इसी बीच टेंट डेकोरेशन का काम करने वाले किरनापुर के ग्राम पाला निवासी झेलेंद्र चौधरी, विलास नागेश्वर, महेश पांचे, बुधराम सहारे ग्राम सर्रा से अपना कार्य खत्म करके वापस अपने ग्राम लौट रहे थे, लेकिन ग्राम दुल्हापुर में उनका पिकअप वाहन खराब हो गया, जिसे सुधारने मैकेनिक लेने एक व्यक्ति लांजी गया था. जबकि अन्य लोग वाहन के पास थे. उन्होंने बताया कि उक्त दोनो वनकर्मी, उनके गाड़ी के पास पहुंचे और गाड़ी क्यों खड़ी है, क्या कर रहे हो और अनर्गल बाते करके परेशान करने लगे और बाद में मारपीट करने लगे और कथित तौर से वनपाल ने टेंट कर्मी बुधराम सहारे के जेब में रखे तीन हजार रूपये छीन लिए. जिसके बाद चारों युवको ने हिम्मत दिखाते हुए 100 डायल से संपर्क कर पुलिस को बुलाया. इस दौरान वनकर्मियों के नशे में भी होने की बात कही जा रही है और यह भी बताया जा रहा है कि उनके द्वारा और लोगों से वाहनों की जांच के नाम पर वसुली की गई.

इस मामले में लांजी थाना नगर निरीक्षक दिनेश सोलंकी ने बताया कि दो वनकर्मी को एमएलसी के लिये सिविल अस्पताल पहुंचाया है, उन्होने कहा कि वनकर्मियों का कृत्य निंदनीय है. पुलिस और वनविभाग आमजन की सहायता और अपराध को रोकने के लिए है ना कि उन्हें परेशान करने और लूटने. इस मामले की सूक्ष्मता से जांच की जाएगी और दोषी वनकर्मियों पर सख्त कार्यवाही की जाएगी.


Web Title : FOREST PERSONNEL WERE STOPPING VEHICLES BY POSING AS POLICEMEN, POLICE REACHED THE POLICE STATION ON THE COMPLAINT AND ARE INVESTIGATING THE CASE