लापरवाही की भेंट चढ़ गया पातुलिया का दुग्ध शीतक केंद्र, जंग लग रहे लाखों के उपकरण

जामताड़ा. (गौतम ठाकुर) नाला  प्रखण्ड के पातुलिया में स्थापित दुग्ध शीतक केंद्र बेकार साबित हो रहा है. वर्ष 2011 में तत्कालीन कृषि एवं पशुपालन मंत्री सत्यानंद झा बाटुल के द्वारा इसकी आधारशिला रखी गई थी, बाद में इसे जन उपयोगी बनाने के लिए लाखों रुपए के आवश्यक उपकरण भी उपलब्ध करवाया गया.  

पातुलिया गांव समेत संपूर्ण क्षेत्र के मवेशी पालक एवं किसान मजदूरों को उम्मीद जगी थी अब दूध बेचने के लिए आसनसोल और चित्तरंजन नही जाना पड़ेगा. रोजाना 5 हजार लीटर क्षमता के इस यूनिट के लगते ही क्षेत्र में खासकर दूध कारोबारी में खुशी की लहर दौड़ गई थी.

बताया गया था कि अब क्षेत्र के सभी मवेशी पालकों के परिवार में दूध उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा तथा इस दूध से पेड़ा, मक्खन, घी एवं विभिन्न मीठा तैयार होगा. किसानों में इसलिए भी खुशी थी कि अब नाला प्रखंड में बने खाद्य सामग्री दूसरे क्षेत्र में आपूर्ति किया जाएगी.  

क्षेत्र के लोग फिर से एकबार ठगा सा महसूस करने लगे हैं. इतना ही नहीं इस केंद्र में बना घर में जहां ताला लटक रहा है. वहीं लाखों रुपये के कीमती उपकरण जंग लगने के कगार पर आने लगा है.  

हालांकि नाला क्षेत्र में योजना चालू होने की पहली घटना नहीं है. ब्लाॅक मैदान के निकट तत्कालीन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री समरेश सिंह के द्वारा रखी गई आधारशिला पट का नामोनिशान भी मिटने लगा है.

शुभारंभ होने के नौ साल बाद भी पशुपालकों का एक बूंद दूध यहां नहीं रखा गया. विभाग की बेरुखी के कारण भवन की सभी खिड़कियां टूट गए हैं. करोड़ों की लागत की मशीनों में मकड़ी की जाली लग गई हैं. क्षेत्र के कांग्रेस नेता गणेश मित्रा ने इसे लूट खसोट बताया है. इसके साथ ही क्षेत्र के चरवाहे इसे पुनः शुरू करवाने की मांग कर रहे हैं.

Web Title : NEGLIGENCE CALLS FOR PAKTULIAS MILK COOLER CENTRE, RUSTING MILLIONS OF EQUIPMENT

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