सद्भाव के लाचार मजदूरों ने दिया एक दिवसीय धरना, किया प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी

रिपोर्ट- बंटी झा 

पंचेत :- बीसीसीएल एरिया 12 अंतर्गत आउटसोर्सिंग कंपनी सद्भाव के अचानक चले जाने से कंपनी में कार्यरत लगभग 500 मजदूर हो गए हैं बेरोजगार. लगातार दो महीनों से टालमटोल  देख लाचार बेरोजगार सद्भाव मजदूरों के सब्र का बांध टूटा. मजदूरों  ने मार्क्सवादी समन्वय समिति एवं  भाकपा माले  के संयुक्त  बैनर तले सोमवार को लायडीह बीसीसीएल परियोजना पदअधिकारी   कार्यालय समक्ष एक दिवसीय धरना एवं बीसीसीएल प्रबंधन के खिलाफ जमकर किया नारेबाजी. मजदूरों का कहना है अचानक से सद्भाव कंपनी के चले जाने के बाद लगभग 500 मजदूर बेरोजगार हो गए हैं. परिवार के लोग  दाने दाने के मोहताज हो गए हैं. बच्चों का  स्कूल फी  ट्यूशन फी देना असंभव हो गया है. अचानक से कंपनी चले जाने के बाद  परिवार के सारे लोग  लाचार और मजबूर हो गए हैं. वहीं सद्भाव कंपनी ने  बकाया भुगतान भी  अब तक नहीं किया है जिससे स्थिति दिन-प्रतिदिन और भी दयनीय बनती जा रही है. मजदूरों ने एक स्वर में कहा आने वाले दिनों में जो भी आउटसोर्सिंग कंपनी यहां काम करने आए सबसे पहले हम लोगों को प्राथमिकता दें. प्रबंधन अगर  जल्द से जल्द  हमारे  समस्याओं को  समझे  अन्यथा हम लोग  अनिश्चितकालीन  धरने पर जाने के लिए मजबूर होंगे.

वही प्रबंधन के द्वारा सात दिनों  के समय लिया गया.