बालाघाट में चातुर्मास के लिए जैन संतो का बालाघाट की सीमा में प्रवेश, बड़ी संख्या में गुरू भगवंतो की आगवानी करने पहुंचे जैन धर्मावलंबी

बालाघाट. स्वागत है स्वागत है, म. सा. का स्वागत है.. . महाकौशल के प्रवेश द्वार बालाघाट की पुण्य वसुंधरा पर दिव्य तपस्वी गुरु भगवंतो का भव्यातिभव्य चातुर्मासिक के लिए 25 जून को प्रातः 6. 15 बजे मध्यप्रदेश एवं महाराष्ट्र की सीमा पर स्थित रजेगांव में पुण्य सलिला बाघ नदी के पावन तट पर महा तपस्वी गुरु भगवंतो प. पू. श्री विनयकुशल मुनि मणिजी म. सा., प. पू. श्री नंदीबेण मुनि जी म. सा., दिव्य तपस्वी प. पू. श्री विरागमुनि जी म. सा. और प. पू श्री भव्यमुनि जी म. सा. का मंगल प्रवेश में बड़ी संख्या में जैन धर्मावलंबियों ने पहुंचकर उनकी आगवानी की. इस दौरान श्री पार्श्वनाथ जैन श्वेताम्बर मंदिर ट्रस्ट, मैनेजिंग ट्रस्टी अजय लुनिया, अध्यक्ष बलवंत खजांची, श्री कुशल चातुर्मास समिति अध्यक्ष गौतमचंद खजांची, उपाध्यक्ष प्रदीप सिंगी, पदम कोचर, सचिव संकेत सुराना, कोषाध्यक्ष अभिनव बाफना, सहसचिव वर्धमान सिंगी एवं गौरव गोलछा, सोहन वैद्य, अभय सेठिया, ज्ञानचंद बाफना, भागचंद नाहर, शेखु वैद्य, अर्पित वैद्य, अभय कोचर, पवन बाफना, मोनिल जैन सहित अन्य जैन बंधु मौजूद थे. गौरतलब हो कि आगामी 29 जून को प्रातः गुरू भगवंतों का बालाघाट चातुर्मास के लिए नगर प्रवेश होगा.  


Web Title : A LARGE NUMBER OF JAIN SAINTS ENTERED BALAGHAT FOR CHATURMAS IN BALAGHAT.