सहकारी कर्मचारियों ने शहर में रैली निकालकर किया शक्ति प्रदर्शन, पांच दिनों से चली आ रही हड़ताल से सोयाटियों की सेवायें प्रभावित, किसान और गरीब हो रहे परेशान

बालाघाट. सहकारी समितियों के प्रभारी प्रबंधक से लेकर भृत्य, चौकीदार और कम्प्युटर ऑपरेटर को शासकीय कर्मचारी का दर्जा देने, सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत काटा गया पीडीएस का राशन प्रदाय करने और धान और गंेहू, चना, सरसों, धान, ज्वार, बाजरा, मक्का सहित अन्य फसलों के उपार्जन का कमीशन, प्रासंगिक व्यय सहित ऑपरेटर के लंबित भुगतान का तत्काल भुगतान करने सहित अन्य मांगो को लेकर गत 4 फरवरी से प्रदेश संगठन के आव्हान पर सहकारिता कर्मचारी महासंघ से जुड़े जिले के सभी सहकारी समिति कर्मचारी अनिश्चितकालीन 8 फरवरी को पांचवे दिन भी जारी रही. हड़ताल के पांचवे दिन पूरे जिले के सहकारी समिति कर्मचारियों ने शहर में रैली निकालकर शक्ति प्रदर्शन किया और एक बार फिर सरकार से मांगो पर गंभीरता से विचार करने की बात दोहराई.  

मुख्यालय के जनपद पंचायत कार्यालय के सामने आंदोलन स्थल से जिलाघ्यक्ष पी. सी चौहान और प्रांतीय प्रतिनिधि दिनेश परिहार एवं सहकारी कर्मचारी महासंघ के नेतृत्व में सहकारी कर्मचारियों की रैली नगर के काली पुतली चौक, मेनरोड, सर्किट हाउस रोड से आंबेडकर चौक, जयस्तंभ चौक होते हुए पुनः आंदोलन स्थल पहुंची. इस दौरान बड़ी संख्या में जिले के सहकारी कर्मचारी शामिल थे.  

सहकारी कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल से सोसायटियां बंद है और किसान एवं गरीब परेशान हो रहे है. जहां किसानों को गेंहू उपार्जन के लिए पंजीयन कराने परेशान होना पड़ रहा है वहीं गरीबों को पीडीएस का राशन नहीं मिल पा रहा है. जबकि सहकारी कर्मचारी अपनी मांगो पर अड़े है.  

मध्यप्रदेश सहकारिता समिति कर्मचारी महासंघ के आव्हान पर प्रदेशस्तरीय आंदोलन की कड़ी में जिले में भी सहकारी समिति से जुड़े प्रभारी प्रबंधक, सहायक प्रबंधक, विक्रेता, लेखापाल, लिपिक, कम्प्युटर ऑपरेटर, भृत्य और चौकीदार तक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये है. जिससे सोसायटियो पर ताला लटक गया है.  

सहकारी समिति महासंघ जिलाध्यक्ष पी. सी. चौहान का कहना है कि जब तक सरकार हमारी मांगो पर गंभीरता से विचार नहीं करती है, तब तक यह अनिश्चितकालीन आंदोलन जारी रहेगा. अनिश्चतकालीन हड़ताल में आगामी 18 फरवरी को जिले के एक हजार और पूरे प्रदेश के 55 हजार सहकारी कर्मचारी भोपाल में मुख्यमंत्री निवास का घेराव का सामूहिक स्तीफा सौंपेगे और इससे भी यदि सरकार कर्मचारियों की मांगो पर लेकर विचार नहीं करती है तो 19 फरवरी को भोपाल के रोशनपुरा चौराहे पर चक्काजाम एवं इच्छामृत्यु की मांग की जायेगी. उन्होंने कहा कि हड़ताल कर रहे सहकारी कर्मचारियों की मांगो को लेकर सरकार गंभीर नहीं है, जिससे सहकारी कर्मचारियों ने सरकार को अपनी एकजुटता की शक्ति दिखाने के लिए रैली का आयोजन किया गया है. जब तक सरकार मांगो पर विचार नहीं कर कोई निर्णय नहीं लेती है तब तक आंदोलन निरंतर जारी रहेगा.  

इस दौरान जिलाध्यक्ष पी. सी. चौहान, उपाध्यक्ष एल. जे. बिसेन, एल. पी. सोनगढ़े, प्रांतीय प्रतिनिधि दिनेश परिहार, सचिव एम. पी. ठाकरे, सहसचिव कार्तिक बिसेन, कोषाध्यक्ष योगेन्द्र मात्रे, सह-कोषाध्यक्ष राकेश पटले, महामंत्री चैतसिंह भगत, संगठन मंत्री मनोज कटरे, जे. एल. कटरे, प्रवक्ता शारदा परिहार, मंत्री जियालाल लिल्हारे सहित बड़ी संख्या में सहकारी कर्मचारी उपस्थित थे.  


Web Title : CO OPERATIVE WORKERS RALLY IN THE CITY TO DEMONSTRATE POWER, FIVE DAYS OF STRIKE AFFECTING THE SERVICES OF THE SOCIETIES, FARMERS AND THE POOR ARE SUFFERING.