आदिवासी कन्या छात्रावास की अधीक्षका को हटाने की मांग, अभिभावकों ने कार्यवाही नहीं होने पर बच्चों को छात्रावास से निकालने की दी चेतावनी

बालाघाट. बालाघाट मुख्यालय में आदिवासी विभाग की नाक के नीचे संचालित आदिवासी कन्या छात्रावास की अधीक्षिका द्वारा बच्चांे को मानसिक रूप से प्रताड़ित किये जाने का मामला प्रकाश में आया है. जिसके खिलाफ छात्रावास में रह रहे बच्चों के अभिभावकों ने आज कांग्रेस के युवा नेता विशाल बिसेन की अगुवाही में अधीक्षिका द्वारा बच्चो को उपलब्ध सुविधायें नहीं देने बच्चों से अधीक्षिका द्वारा गैर जिम्मेदाराना व्यवहार किये जाने की शिकायत जिला प्रशासन से की है.  

बताया जाता है कि आज 25 नवंबर को कन्या छात्रावास में अभिभावकों की मीटिंग के बाद अभिभावकों ने बच्चों से मिली शिकायत के बाद एक सादा शिकायती आवेदन बनाकर कांग्रेस नेता विशाल बिसेन के साथ जिला प्रशासन को शिकायत आवेदन देकर छात्रावास अधीक्षिका सुनीता अड़मे को हटाये जाने की मांग की. अभिभावकों ने कहा कि यदि छात्रावास अधीक्षिका को लेकर कोई कार्यवाही नहीं की जाती है तो सभी अभिभावक अपने बच्चांे को छात्रावास से निकालकर अपने घर ले जा लेंगे.

अभिभावकों ने अपने शिकायती आवेदन में बताया कि छात्रावास में रह रहे बच्चों के साथ छात्रावास अधीक्षिका का व्यवहार ठीक नहीं है. छात्रावास में मीनु के अनुसार बच्चों को नाश्ता और भोजन प्रदाय नहीं किया जा रहा है. जिससे बच्चे कुपोषण का शिकार हो रहे है. छात्रावास में बच्चों की तबियत खराब होने पर उन्हें चिकित्सा भी नहीं दी जा रही है, जिससे बच्चें ज्यादा बीमार हो रहे है. अभिभावकों ने बताया कि भोजन के रूप में केवल चांवल, दाल दी जा रही है, जिससे रोजाना खाने में बच्चे अरूची दिखा रहे है. छात्रावास में बच्चों को साफ पानी भी नहीं मिल रहा है, जिससे बच्चे बीमार पड़ रहे है. बच्चों से मिली जानकारी के बाद अभिभावकों ने कहा कि छात्रावास में अधीक्षिका के अलावा पदस्थ कर्मचारी भी बच्चों को डांटते है, जिससे बच्चे भयभीत रहते है. बच्चों को सोने के लिए बिस्तर भी नहीं दिया जा रहा है. शिकायतकर्ता अभिभावकों की मानें तो अधीक्षिका बच्चों के खाते में आने वाली राशि भी निकालकर अपने पास रख लेती है.  

खाने से लेकर बच्चों को छात्रावास में मिलने वाली सुविधायें नहीं मिलने से अब बच्चे भी छात्रावास में रहने से कतराने लगे है. गौरतलब हो कि पूर्व में भी छात्रावास के बच्चों द्वारा प्रशासन के समक्ष पहुंचकर अपनी समस्या से प्रशासन को अवगत कराया गया था, लेकिन उसके बाद भी कोई कार्यवाही नहीं होने से अब बच्चो के साथ ही अभिभावकों ने भी छात्रावास अधीक्षिका के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. अभिभावकों का कहना है कि यदि छात्रावास अधीक्षिका पर कोई कार्यवाही नहीं की जाती है तो वह अपने बच्चो को छात्रावास से निकालकर घर ले जा लंेगे.  

कांग्रेस नेता विशाल बिसेन ने कहा कि यह बच्चों के अधिकारों का उल्लंघन है, प्रशासन इस मामले में हस्तक्षेप कर बच्चों के भविष्य को देखते हुए लापरवाही और गैर जिम्मेदाराना व्यवहार कर रही छात्रावास अधीक्षिका को वहां से हटाकर अन्यत्र स्थानांतरित करें, ताकि बच्चों को पढ़ाई करने में किसी प्रकार की कोई समस्या न हो. उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर आदिवासी विकास मंत्री से भी उन्होंने चर्चा की है और एक शिकायत उनके पास भी भिजवाई जा रही है. उन्होंने कहा कि यदि इस मामले मंे जिला प्रशासन कोई कार्यवाही नहीं करता है तो इसकी शिकायत वरिष्ठ स्तर पर की जायेगी और बच्चों को उनका हक और अधिकार दिलाया जायेगा.


Web Title : DEMAND FOR REMOVAL OF SUPERINTENDENT OF TRIBAL GIRLS HOSTEL, PARENTS WARN OF REMOVAL OF CHILDREN FROM HOSTEL IF ACTION IS NOT TAKEN