कुर्बानी का पर्व ईद-ए-अजहा आज, पूरे जिले में अकीदत के साथ मनाया जायेगा पर्व, मस्जिदों में होगी विशेष नमाज

बालाघाट. प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी मुस्लिम धर्मावलंबियों का कुर्बानी का पर्व ईद-ए-अजहा का पर्व आज 12 अगस्त को जिले में पूरी अकीदत के साथ मनाया जायेगा. कुर्बानी के पर्व ईद-ए-अजहा को लेकर शहर सहित पूरे जिले में तैयारियां पूरी कर ली गई है. गौरतलब हो कि कुर्बानी का पर्व ईद-ए-अजहा धार्मिक मान्यता के अनुसार अल्लाह के नबी हजरत इब्राहिम और हजरत इस्माईल की याद में मनाया जाता है.  

धार्मिक मान्यता के अनुसार अल्लाह के नबी इब्राहिम का पूरा जीवन अल्लाह की परीक्षा में ही गुजरा. काफी लंबे समय के अल्लाह के नबी इब्राहिम को एक पुत्र की प्राप्ति हुई थी. जिसका उन्होंने प्यार से नाम इस्माईल रखा था. जिससे वह अल्ला के बाद बेपनाह प्यार करते थे, लेकिन अल्लाह के फरिश्तो ने अल्लाह से एक दिन कहा कि हमें लगता है कि आपके नबी इब्राहिम आपसे ज्यादा अपने पुत्र इस्माईल से मोहब्बत करते है. जिस पर अल्लाह ने उनकी परीक्षा लेने की सोची और उन्होंने अपने नबी इब्राहिम से कहा कि मेरी राह में तुम अपनी सबसे कीमती चिज कुर्बान करो. अल्लाह के नबी इब्राहिम जानते थे कि अल्लाह के बाद उनकी सबकी कीमती चीज उनका पुत्र इस्माईल है. जो अल्लाह के कहे अनुसार अपने पुत्र को अल्लाह की राह में कुर्बान करने तैयार हो गये और ईद-ए-अजहा के दिन अल्लाह के नबी इब्राहिम अपने सबसे कीमती चिज पुत्र इस्माईल को कुर्बान करने कुर्बानी स्थल मिना ले गये. जहां उन्होंने अपने बेटे की कुर्बानी देने के लिए उसकी आंख और अपनी आंख में पट्टी बांध दी, ताकि कुर्बानी का यह दृश्य देखकर दोनो का ईरादा न बदले और जैसे ही हजरत इब्राहिम ने अपने पुत्र के गले पर छुरी चलाई और जब अपनी आंख से पट्टी खोली तो देखा कि कुर्बानी स्थल पर एक दुंबा पड़ा था और पुत्र इस्माईल पास ही खड़े मुस्करा रहे थे. जिसे याद करने के लिए प्रतिवर्ष मुस्लिम धर्मावलंबी ईद-ए-अजहा पर्व पर अपनी हैसियत के हिसाब से अल्लाह की राह में, अल्लाह की रजा के लिए जानवरों की कुर्बानी पेश करते है.

आज मुकर्रर वक्त पर पढ़ी जायेगी ईद की विशेष नमाज

आज मुस्लिम धर्मावलंबियों द्वारा मनाये जाने वाला कुर्बानी का पर्व ईद-ए-अजहा पूरी अकीदत के साथ अल्लाह के नबी हजरत इब्राहिम और उनके पुत्र इस्माईल की याद में मनाया जायेगा. जिसकी शुरूआत मस्जिदो में ईद की विशेष नमाज के साथ की जायेगी. मस्जिदों में आज मुकर्रर वक्त पर ईद की विशेष नमाज अदा की जायेगी. जिसमें ईद-ए-अजहा की विशेष नमाज जामा मस्जिद में पहली जमात प्रातः 7. 30 बजे और दूसरी जमात 9 बजे, वार्ड नंबर 10 मस्जिदे आला हजरत जामेआ नूरिया में प्रातः 7. 45 बजे, गौसिया मस्जिद बुढ़ी में पहली जमात प्रातः 8. 30 बजे और दूसरी जमात प्रातः 9. 15 बजे, नुरी मस्जिद बैहर चौकी में प्रातः 9. 30 बजे, मोतीनगर मस्जिद में प्रातः 9 बजे, वार्ड नंबर 3 गरीब नवाज मस्जिद में प्रातः 7. 30 बजे, कोसमी मस्जिद में पहली जमात प्रातः 8. 30 बजे और दूसरी जमात प्रातः 9. 30 बजे तथा वार्ड नंबर 1 साबरी मस्जिद सागौन वन में प्रातः 8 बजे ईद-ए-अजहा की विशेष नमाज मस्जिद के मुकामी ईमाम द्वारा अदा कराई जायेगी. नमाज के बाद सभी मुस्लिम धर्मावलंबी सहित कौमी एकता की मिसाल पेश करते हुए हिन्दु धर्मावलंबी भी मुस्लिम भाईयों के गले लगकर उन्हंे ईद की बधाई देंगे.


Web Title : EID E AZHA, THE FESTIVAL OF SACRIFICE, WILL BE CELEBRATED IN THE ENTIRE DISTRICT TODAY WITH AKIDAT, SPECIAL PRAYERS IN MOSQUES.