सीएम हेल्पलाईन पर अमल हो तो मिले राहत, शिकायकर्ता ने सीएम हेल्पलाईन में शिकायत का निराकरण नहीं होने पर कलेक्टर को की शिकायत

बालाघाट. प्रत्येक मंगलवार को होने वाले जनसुनवाई में मंगलवार को हुई जनसुनवाई में कलेक्टर को सीएम हेल्पलाईन में शिकायत का निराकरण नहीं होने पर शिकायतकर्ता ने शिकायत की है, अब प्रशासन असंमजस है कि वह सीएम हेल्पलाईन में शिकायत करने पर सुनवाई नहीं होने पर शिकायत की सुनवाई कैसे करें.  

कटंगी तहसील के बाहकल निवासी टुंडीलाल ने कहा कि यदि सीएम हेल्पलाईन में की जाने वाली शिकायत पर अमल हो तो आम जनता को राहत मिले. यह शासन की अच्छी सुविधा है लेकिन शिकायत के बावजूद इस पर शिकायतकर्ता की संतुष्टी के बिना उसे बंद कर दिया जाता है जो गलत है. हालांकि केवल टुंडीलाल का ऐसा मामला नहीं है, जिले में ऐसे कई शिकायतकर्ता है, जिनकी शिकायतों का निराकृत किये बिना ही उनकी शिकायतों को संबंधित विभाग के गलत जवाब को सही मानकर शिकायत को विलोपित कर दिया गया. सीएम हेल्पलाईन पर शिकायत का निराकरण नहीं होने पर टुंडीलाल ने इसमें सुधार को लेकर भी अपने सुझाव दिया है.

दरअसल बाहकल निवासी टुंडीलाल की मानें तो उसकी भांजी प्रतीक्षा बड़ीपात्रे के पेटदर्द होने की शिकायत पर वह अपनी भांजी को लेकर सिविल अस्पताल वारासिवनी पहुंचा था. जहां चिकित्सक ने उसे देखने के बाद सोनोग्राफी करने की सलाह दी. जब वह सोनोग्राफी वार्ड में पहुंचा और चिकित्सक डॉ. ताथोड़ से सोनोग्राफी कराने की बात कही तो उन्होंने यह कहकर सोनोग्राफी करने से इंकार कर दिया कि यहां केवल गर्भवती महिलाओं की सोनोग्राफी कराई जाती है, जिसकी शिकायत जब मैने सीएम हेल्पलाईन में एक बार नहीं बल्कि सात बार की, बावजूद इसके उसकी शिकायत पर कोई ध्यान नहीं दिया गया. चूंकि पेट दर्द की शिकायत पर अन्यत्र से सोनोग्राफी कराकर उसका ईलाज कराया गया. जिससे साफ है कि जिस जनता के लिए शासन सीएम हेल्पलाईन की सुविधा बता रहा है, वह वास्तव में सुविधा नहीं बल्कि परेशानी बनी है यदि इसको लेकर गंभीरता दिखाई जाती है तो निश्चित ही इससे लोगों को राहत मिलेगी. जिसके लिए मैने जिला प्रशासन को शिकायती आवेदन के साथ ही इसे बेहतर बनाने के लिए सुझाव दिये है.


Web Title : IF THE CM HELPLINE IS IMPLEMENTED, THE COMPLAINANT COMPLAINED TO THE COLLECTOR FOR NOT RESOLVING THE COMPLAINT IN THE CM HELPLINE.