खंबे की जगह बांस की बल्ली के सहारे बिजली के तार, झूलते बिजली तारों से बचने ग्रामीणों ने लगाया जुगाड़, 15 दिन से बिना बिजली के रात गुजार रहे वनांचल खुर्सीटोला के बांशिदे

परसवाड़ा. जिले के आदिवासी बाहुल्य परसवाड़ा क्षेत्र में निवासरत ग्रामीण मूलभूत सुविधा भी सहारो के भरोसे मिल रही है. जिसे देखकर लगता है कि इन ग्रामीण अंचलों में विकास आज भी कोसों दूर है. सरकारी महकमें की उदासीनता का दंश झेल रहे ये ग्रामीण उम्मीद भरी निगाहों से टकटकी लगाये उन जिम्मेदारों का इंतजार कर रहे हैं, जिन्होने चुनावी समर के दौरान इन्हे विकास के सपने दिखाए थे, मगर अफसोस उन जिम्मेदारों ने भी अब इनसे किनारा कर लिया है.  क्षेत्र में समस्याओं का अंबार है, शिक्षा, सड़क, बिजली, पानी जैसी मूलभुत सुविधाओ के अलावा अन्य सुविधाओं के नाम पर लोग स्वयं को ठगा सा महसूस कर रहे हैं.  

बात करें, परसवाड़ा जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत झिरिया के वनांचल ग्राम खुर्सीटोला की तो यहां रहवासी बिजली 15 दिनों से यहां बिजली गुल होने से परेशान है. बताया जाता है कि यहां का ट्रांसफार्मर खराब हो है, जिसकी विभागीय अमले को कई बार सूचना देने के बाद भी बिजली की व्यवस्था को बहाल नहीं गया. ग्रामीणों का आरोप रहा कि जिम्मेदार अधिकारी,  फोन ही रिसीव नहीं करते हैं. जिससे ग्रामीणो में विभाग के उदासीन रवैए को लेकर अब आक्रोश बढ़ता जा रहा है.  

ग्राम में बिजली विभाग की बिजली व्यवस्था पर नजर डाले तो व्यवस्था लचर दिखाई पड़ती है. जहां पर करेंट दौड़ते बिजली के तार आदमी की पहुंच तक झूलते नजर आते है. इतना ही नही कुछ जगहों पर लोगों के घरों की छत पर टकराते हुए बिजली के तार देखे जा सकते हैं. इसके अलावा कुछ जगह पर तो बिजली के तार जमीन पर ही पड़े नजर आ रहें है. जो सीधे गंभीर दुर्घटना को आमंत्रण है. ग्रामीणों के अनुसार पिछले कई महिनों से यह स्थिति बनी हुई है, लेकिन बार बार विभाग को सूचित करने के बाद भी किसी तरह से बिजली व्यवस्था को दुरूस्त करने का कार्य नहीं किया जा रहा है.  ग्राम में झूलते तारों से बचने के लिए लोगों ने मजबूरी में लकड़ी कीब बल्ली को पोल की तरह खड़ा कर दिया है, जिससे बिजली के तार गुजर रहे है. बिजली विभाग की अनदेखी से ग्रामीणों की यह वैकल्पिक व्यवस्था कितनी सुरक्षित है, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है.  

ग्रामीणों ने चर्चा के दौरान बताया कि बारिश के इस मौसम में बिजली नहीं होने के कारण भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा. वनांचल ग्राम होने के कारण अंधेरे में एक तरफ जंगली जानवरों का खतरा बना रहता है, तो वहीं दूसरी तरफ बारिश के कारण जहरीले जीव जंतुओं से भी भय बना होता है. वहीं स्कूली बच्चों को शैक्षणिक कार्य में बाधा उत्पन्न हो रही है.   ग्राम में बिजली की अव्यवस्था से आक्रोशित ग्रामीणों का कहना कि निवेदन के बाद भी विभागीय अमला उनकी बातों पर ध्यान नहीं दे रहा है, अगर शीघ्र ही उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया जाता है तो विभागीय दफ्तर का घेराव किया जाएगा.  

इनका कहना है 

ग्राम खुर्सीटोला की बिजली व्यवस्था को फिलहाल चालू कर दिया गया है. झूलते हुए बिजली के तारों को भी मेंटनेंस के दौरान जल्द ठीक कर दिया जाएगा.

अनिल कुमार गुप्ता, जेई. परसवाड़ा  


Web Title : INSTEAD OF POLE, VILLAGER USED BAMBOO POLES, VILLAGER MADE ARRANGEMENT TO AVOID DANGLING ELECTRIC WIRE