बगैर निविदा बुलाए 11 फर्मो को दे दिया सामग्री और सेवा खरीदी का काम, जिला चिकित्सालय के रोगी कल्याण समिति के अभिलेखो में मिली एक करोड़ 46 लाख से ज्यादा की अनियमितता, लिपिक वासनिक निलंबित

बालाघाट. जिला चिकित्सालय के रोगी कल्याण समिति के अभिलेखो में जांच में एक करोड़ 46 लाख से ज्यादा की अनियमितता मिली है. जिसमें जिम्मेदार ने बगैर निविदा मंगाए ही 11 फार्मो को लाखों रूपए की राशि के सामग्री और सेवा खरीदी का काम दे दिया.  जिला चिकित्सालय बालाघाट के रोगी कल्याण समिति के अभिलेखों में नियमों की अनदेखी की गई है. यह मामला तब उजागर हुआ जब पिछले महीने हुई जांच में अनियमितता पाई गई थी. इस मामले में कलेक्टर ने जांच प्रतिवेदन के आधार पर एक लिपिक को निलंबित किया था. यक्ष सवाल यह है कि रोगी कल्याण समिति द्वारा वित्तीय वर्ष 2022-23 में निविदा आमंत्रित किए बिना है करीब 11  फार्मों को सामग्री और सेवा खरीदी गई है. जिसकी राशि 1,46,26,375 रूपए है.  

शिकायत के बाद हुई थी जांच

इस मामले में कार्यालय कलेक्टर जन शिकायत निवारण प्रकोष्ठ बालाघाट के पत्र अनुसार जिला चिकित्सालय  बालाघाट के रोगी कल्याण समिति शाखा के संबंध में प्राप्त शिकायत की जांच जिला कोषालय अधिकारी बालाघाट से कराई गई. जिला कोषालय अधिकारी बालाघाट के द्वारा संयुक्त जांच प्रतिवेदन 24 मई को अवलोकनार्थ प्रस्तुत किया गया है, जांच के दौरान रोगी कल्याण समिति के कार्यालयीन अभिलेखों अनियमिताएं पाई गई.  

जांच में पाई थी ये खामी

जांच के दौरान पाया गया कि रोगी कल्याण समिति अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2022-2023 का कैशबुक रजिस्टर संधारित किया गया है, किन्तु रजिस्टर में सक्षम अधिकारी के हस्ताक्षर हस्ताक्षरित नही है. रोगी कल्याण समिति अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2023-24 का कैशबुक रजिस्टर मैन्युअल रूप से संचालित नही है. इसी प्रकार वित्तीय वर्ष 2022-23 एवं 2023-24 अंतर्गत स्टॉक पंजी में बहुत से स्थानों पर सामग्री प्राप्तकर्ता के हस्ताक्षर नही है. वित्तीय वर्ष के अंत में स्टॉक रजिस्टर में प्रभारी अधिकारी के हस्ताक्षर नही है. वित्तीय वर्ष 2023-24 में दिनांक 24 जनवरी 24 को प्राप्त 500 बुक दवा वितरण पर्ची वितरण का विवरण पूर्ण नही है एवं दिनांक अंकित करने में त्रुटि की गई है.  

लिपिक के किया निलंबित

मामले में जांच प्रतिवेदन के आधार पर कलेक्टर द्वारा 3 जून को जिला चिकित्सालय बालाघाट के रोगी कल्याण समिति शाखा में पदस्थ एवं कार्यरत लिपिक निलंबित किया गया था. उपरोक्त जांच प्रतिवेदन के आधार पर स्पष्ट है कि जिला चिकित्सालय बालाघाट के रोगी कल्याण समिति शाखा में पदस्थ एवं कार्यरत राजेन्द्र कुमार वासनिक, सहायक ग्रेड तीन लेखापाल के द्वारा अपने पदीय कर्त्तव्य एवं दायित्व निर्वहन में घोर लापरवाही बरती गई.  

ऑडिट रिपोर्ट भी जमा नहीं 

स्थानीय निधि संपरीक्षा मप्र जबलपुर द्वारा वित्तीय वर्ष 2022-23 एवं 23-24 का ऑडिट नही किया गया है तथा सीए द्वारा भी उक्त वित्तीय वर्ष की ऑडिट रिपोर्ट सम्मिट नही की गई है. वित्तीय वर्ष 2022-23 में केंटीन संचालन के लिए निविदा आमंत्रित नही कर कलेक्टर से नोटशीट में पूर्व से स्वीकृत राशि में 10 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमोदन प्राप्त कर ठेका एक वर्ष के लिए निरंतर किया गया है. कार्यालय द्वारा प्रदाय की गई जानकारी अनुसार वित्तीय वर्ष 2023-24 में निविदा की प्रक्रिया की गई थी किन्तु विधानसभा चुनाव होने और आदर्श आचार संहिता लागू हाने के कारण निविदा प्रक्रिया संपन्न नही हो पाई है.


Web Title : IRREGULARITIES WORTH MORE THAN RS 1.46 CRORE FOUND IN THE RECORDS OF ROGI KALYAN SAMITI OF DISTRICT HOSPITAL, CLERK WASNIK SUSPENDED