मानदेय नहीं मिलने से परेशान अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे मध्यान्ह भोजन रसोईयां

बालाघाट. जिले में मध्यान्ह भोजन योजना अंतर्गत शासकीय अनुदान प्राप्त प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला सहित आंगनबाड़ी में प्रदाय होने वाले मध्यान्ह भोजन बनाने वाले रसोईयां ने जुलाई से मानदेय नहीं मिलने से परेशान होकर अनिश्चितकालीन हड़ताल प्रारंभ कर दी है.

15 फरवरी से जिला पंचायत के सामने पंडाल लगाकर मध्यान्ह भोजन रसोईयां अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गई है. जिसका असर मध्यान्ह भोजन की व्यवस्था पर होगा. हालांकि अभी स्कूल बंद है लेकिन आंगनबाड़ी में पोषण आहार के रूप में पहुंचाये जाने वाली खाद्यान्न में रसोईयां के नहीं होने से समस्यायें आ सकती है.

जिलाध्यक्ष हेमलता पंचेश्वर ने बताया कि पूरे जिले में एमडीएम से 15 से 15 हजार महिलायें रसोईयां का काम करती है. जिनकी समस्याओं को लेकर पूर्व मंे भी स्व-सहायता समूह और मध्यान्ह भोजन रसोईयां संघ के माध्यम से शासन, प्रशासन के ध्यान आकर्षि करवा चुके है, लेकिन सरकार रसोईयांे के मांगो को लेकर गंभीर नहीं है. कोरोना महामारी के दौरान रसोईयां संघ द्वारा न केवल महामारी से जागरूकता के लिए कार्य किया अपितु एमडीएम के तहत बच्चों को बांटे जाने वाले चांवल, तेल का वितरण भी किया, लेकिन जुलाई से आज दिनांक तक मानदेय के रूप में प्रतिमाह मिलने वाली 2 हजार रूपये की राशि का भुगतान आज तक नहीं मिला है. जिसे उन्हें आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में वह अन्य जगह रोजगार में जाते है तो फिर स्कूल खुलने पर उन्हें इसी काम में लौटना होगा. हमारी शासन, प्रशासन से मांग है कि या तो हमंे अन्य काम दे या फिर जुलाई से रूका मानदेय हमें प्रदान करें.  

उन्होंने कहा कि शासन, प्रशासन का ध्यानाकर्षण करवाये जाने के बाद भी मध्यान्ह भोजन रसोईयांे की मांग पर कोई ध्यान नहीं देने से परेशान और आक्रोशित होकर प्रदेश आव्हान पर मध्यप्रदेश स्वसहायता समूह संगठन के बैनर तले चरणबद्ध आंदोलन की शुरूआत 15 फरवरी से की गई है. जिसमें जिले के मध्यान्ह भोजन में लगे रसोईयां अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये है, यदि जरूरत पड़ी तो आगामी समय में आंदोलन को तेज करते हुए भुख हड़ताल, आमरण अनशन सहित मुख्यमंत्री निवास के सामने भी रसोईयां धरना प्रदर्शन से पीछे नहीं हटेंगे.

जिला पंचाायत के सामने पंडाल लगाकर अनिश्चितकालीन हड़ताल के पहले दिन बड़ी संख्या में रसोईयांे की मौजूदगी रही. हालांकि जिलाध्यक्ष हेमलता पंचेश्वर ने कहा कि पूरे जिले से रसोईयां का आना जारी है और आगामी दिनों में हड़ताली रसोईयांे की संख्या में और ईजाफा होगा.


Web Title : MID DAY MEAL KITCHENS SITTING ON INDEFINITE STRIKE TROUBLED BY NOT GETTING HONORARIUM