विधायक जायसवाल का पंवार जाति को अपमानित करना अशोभनीय-खीरसागर पारधी, पंवार समाज ने की एसपी से कार्यवाही की मांग, राजनीतिक षडयंत्र के तहत विधायक को बदनाम करने की साजिश-पटेल

बालाघाट. विगत 29 नवंबर की रात आर्मी के जवान युगल ठाकरे और निगम अध्यक्ष एवं विधायक प्रदीप जायसवाल के बीच हुए विवाद में पंवार जाति को अपमानित करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. जिससे जिले का पंवार समाज विधायक प्रदीप जायसवाल के खिलाफ लामबंद होकर पंवार जाति का अपमान करने के मामले में पुलिस से खनिज निगम अध्यक्ष एवं विधायक प्रदीप जायसवाल की मांग के लिए खड़ा हो गया है.  

आर्मी की रेजिमेंट लुधियाना में नायक पर पदस्थ युगल ठाकरे के अनुसार छुट्टी में अपने घर वारासिवनी आये है, जो बीते 29 नरवंबर की रात्रि भोजन करने के बाद टहलने गये थे. जहां जसवंत पटले के हाउस के पास उसे विधायक प्रदीप जायसवाल विधायक दिखे. जिनके साथ दो महिलायें और दो लोग होने थे. जो परिचित होने के कारण मैंने उन्हें चाचा कहकर बात की, लेकिन वह एकाएक उग्र हो गये और मेरे साथ मारपीट करते हुए पंवार समाज को अपमानित करने वाली बात कहने लगें. जबकि दूसरी ओर विधायक जायसवाल का कहना है कि शिकायतकर्ता द्वारा बताई जा रही शिकायत पूरी तरह से झूठी और उनकी राजनीतिक छवि को धूमिल करने का प्रयास है. उनका कहना है कि घटना के दिन तीन लोग शराब के नशे में आये थे, जिन्हें वह पहचानते नहीं और मेरे गाड़ी को रोकने का प्रयास कर रहे थे. जिसे मेरे सुरक्षागार्ड द्वारा हटाया गया.

हालांकि मामला विवाद के बाद पंवार जाति को अपमानित करने के आरोप से तूल पकड़ने लगा है. जिसके चलते बुधवार 1 दिसंबर को पंवार समाज जिलाध्यक्ष खीरसागर पारधी के नेतृत्व में जिले के पंवार समाज के प्रतिनिधियों ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर पंवार समाज को जातिगत रूप से अपमानित करने के मामले में पंवार विधायक प्रदीप जायसवाल पर कानूनी कार्यवाही की मांग की.

पुलिस अधीक्षक के पास पंवार समाज के साथ पहुंचे पीड़ित सेना में नायक युगल ठाकरे ने बताया कि 29 नवंबर की रात वह घूमने गये थे. जहां जसवंत पटले के हाउस के पास दो महिलाओं और दो अन्य लोगों के साथ विधायक प्रदीप जायसवाल दिखे. चूंकि पूर्व परिचित होने के कारण मैंने व्यवहारिता के नाते नमस्त कर हालचाल पूछा, लेकिन वह एकाएक उग्र हो गये और मेरे साथ मारपीट करने लगे. यही नहीं बल्कि उन्होंने मुझे जान से मारने की धमकी और पंवार जाति को अपमानित करने वाली बात कही.  

जिलाध्यक्ष खीरसागर पारधी ने कहा कि एक जिम्मेदार जनप्रतिनिधि द्वारा पंवार जाति का अपमान करना अशोभनीय है और पंवार समाज की भावनाओं को आहत कर देने वाली बात है. वारासिवनी विधानसभा क्षेत्र से यदि वह कई बार चुनकर आ रहे है तो उसमें पंवार समाज के लोगों ने जातिगत भावना से ऊपर उठकर अपना मत दिया है. यदि कोई सामान्य व्यक्ति गुस्से में बात कहें तो समझ आता है लेकिन एक जिम्मेदार जनप्रतिनिधि को यह शोभा नही देता है. जिससे पंवार समाज में नाराजगी है और हमने पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि मामले में विधायक जायसवाल के खिलाफ उचित कार्यवाही की जाये.

डॉ. लोमहर्ष बिसेन ने कहा कि 29 जनवरी की रात विधायक प्रदीप जायसवाल द्वारा सामाजिक व्यक्ति से मारपीट कर उसे जान से मारने की धमकी दी गई और पंवार जाति को अपमानित करने वाली बात कही गई. जिससे पूरा समाज आक्रोशित है और जातिगत आक्षेप को लेकर कार्यवाही की मांग कर रहा है.

दूसरी ओर विधायक प्रदीप जायसवाल पर उछाले जा रहे आरोपो से आघात निकटस्थ पंवार जाति के लोगों ने भी पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर विधायक जायसवाल का बचाव करते हुए इसे राजनीतिक षडयंत्र के तहत विधायक की छवि को धूमिल करने का प्रयास बताते हुए मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है.

पूर्व जिला पंचायत सदस्य रामप्रकाश उर्फ पप्पु पटेल ने कहा कि आपसी विवाद को जातिगत मोड़कर राजनीतिक षडयंत्र के तहत विधायक प्रदीप जायसवाल बदनाम करने की साजिश रची गई है, जिस पर हमारी मांग है कि मामले की निष्पक्ष जांच कर कार्यवाही की जाये. उन्होंने कहा कि तीन शराब, दारू पीकर आते है, विधायक की गाड़ी रोकते है उनके सुरक्षा गार्ड उन्हें हटाते है, केवल वह लोग पंवार समाज के होने के कारण उसका पंवार समाज का रूप दिया जा रहा है. जो विपक्ष में आये थे, वह भी पंवार समाज के लोग थे और हमारे साथ भी जो आये है, वह पंवार समाज के लोग है. विधायक की गाड़ी रोकना एक अपराधिक मामला है, यह और बात है कि विधायक जी ने उसे गंभीरता से नहीं लिया, लेकिन इन लोगों ने षडयंत्र रचकर विधायक जी को बदनाम करने का प्रयास किया. यह नेता को बदनाम करने का झूठा षडयंत्र है, हमारा प्रयास है कि सच्चाई जनता के सामने आये.

पूर्व पार्षद विक्की ऐड़े ने बताया कि वारासिवनी थाने सहित जिला मुख्यालय में एसपी से मांग की है. यह सब जानते है कि 25 साल से जनप्रतिनिधि है, चार बार के विधायक है, उन्होंने कभी आज तक कोई कृत्य नहीं किया गया, जिससे पंवार समाज उन पर आरोप लगाये. जबकि घटना की रात तीन लोग अभद्रता करने लगे, जिन्हें सुरक्षागार्ड द्वारा हटाया गया है पर कहीं भी प्रदीप जायसवाल ने जातिगत गाली नहीं दी, लेकिन उनकी बढ़ती लोकप्रियता और प्रतिद्वंदिता के कारण प्रदीप जायसवाल की छवि को खराब करने का ज्ञापन दिया गया है. जो बैठक पंवार समाज की थी, वह समाज की बैठक नहीं बल्कि षडयंत्रपूर्वक की गई बैठक थी. जिसमें उनके प्रतिद्वंदी शामिल थे. हम ऐसी घटना की घोर निंदा करते है.

युवा नेता आनंद बिसेन ने कहा कि विधायक प्रदीप जायसवाल की ओर से सामाजिक तौर पर किसी प्रकार का कोई घटनाक्रम नहीं हुआ है. हमारी मांग है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाये. मामले की सच्चाई की जांच करें और दूध का दूध और पानी का पानी करें.  

पूर्व सरपंच वेदप्रकाश पटले ने कहा कि विधायक प्रदीप जायसवाल ने खिलाफ गंदी राजनीति की जा रही है. वे एक ऐसे नेता है, जिन्होंने हमेशा  पंवार समाज और पंवार समाज के जनप्रतिनिधियों को पूरा सम्मान दिया है और उनके क्षेत्र के विकास को भी महत्व दिया है. जिनके खिलाफ अनर्गल और गलत आरोप लगाये जा रहे है, जो पूरे क्षेत्र की जनता अच्छे से जानती है. उन्होंने कहा कि जो टहलने की बात कही जा रही है वह टहलने नहीं शराब पीने गये थे. असामाजिक तत्वों की तरह उन्होंने काम किया है, हर सैनिक देशभक्त नहीं होता है. इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग हमने की है. जो पंवार समाज की बैठक बताई जा रही है वह सामाजिक बैठक नहीं थी. जो कभी गुड्डा भैया को नहीं हरा सके वे उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहे है, हम ऐसे लोगों को नकारते है जो समाज के नाम पर राजनीति रोटी सेंकना चाहते है, लेकिन हम उनकी कोशिशों को कामयाब नहीं होने देगे.


इनका कहना है

पंवार समाज की ओर से मामले की निष्पक्ष जांच को लेकर आवेदन मिला है. जिसकी जांच की जायेगी और तथ्यों के आधार पर वैधानिक कार्यवाही की जायेगी.

अभिषेक तिवारी, पुलिस अधीक्षक


Web Title : MLA JAISWALS INSULT TO PANWAR CASTE UNBECOMING KHEERSAGAR PARDHI, PANWAR SAMAJ DEMANDS ACTION FROM SP, CONSPIRACY TO DEFAME MLA UNDER POLITICAL CONSPIRACY PATEL