अब सीधे आवेदक सामने से जाकर दे रहे आवेदन, जनसुनवाई की व्यवस्था बदली, जनसुनवाई में उपस्थित नहीं होने वाले 5 अधिकारियों को नोटिस जारी

बालाघाट. कलेक्टर मृणाल मीना के निर्देश पर जनसुवाई में नई व्यवस्था लागु की गई है, अब तक साईड से आकर आवेदक अधिकारियों को आवेदने देते थे, अब आवेदक सीधे अधिकारी के सामने प्रस्तुत होकर आवेदन कर रहे है, साथ ही अधिकारी भी, अब यह तत्काल बताएंगे कि उनके आवेदन की क्या स्थिति है. नई व्यवस्था के तहत ना केवल कलेक्टर मीणा ने बल्कि विभगाीय अधिकारियों ने बैठकर, संवेदनशीलता से आवेदको से आवेदन लिया और उनकी समस्याओं को सुना.   अतिक्रमण के आवेदन पर कलेक्टर श्री मीना ने बालाघाट एसडीएम से जानकारी ली. एसडीएम गोपाल सोनी ने तुरंत टैबलेट के माध्यम से उस स्थल पर वर्तमान में मौजूद शॉप और उस क्षेत्र के आसपास के क्षेत्र दिखाया. जिस पर कोई अतिक्रमण होना नही था. एसडीएम सोनी ने बताया कि आवेदक के भाई द्वारा ही अस्‍थायी रूप से वाहनों की पार्किंग करने की सहमति है. इसके बावजूद पटवारी से मौका मुआयना कर प्रतिवेदन मांगा गया है.

कलेक्टर मीणा ने जनसुनवाई में स्वयं ना आकर अपने प्रतिनिधियो को भेजने वाले 5 अधिकारियों जटाशंकर महाविद्यालय के प्राचार्य पीआर चन्देलकर, आईटीआई प्राचार्य आरएन सिंह, एमपीईबी के अधीक्षण यंत्री दीपक उइके, जिला योजना अधिकारी बलवंत राहंगडाले और पीएमजीएसवाय के जीएम गजेंद्र लारिया को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए है.  अनुकंपा नियुक्ति को लेकर आवेदक रोशनी धरडे पूर्व में भी आवेदन कर चुकी है. इस बार कलेक्टर मीणा ने उनके आवेदन पर जिला शिक्षा अधिकारी एके उपाध्याय को वस्तु स्थिति से अवगत कराने को कहा. डीईओ उपाध्याय ने आवेदिका से कहा कि 6 मार्च को ही आपके आवेदन पर लोक शिक्षण संचालनालय को भेजकर मार्गदर्शन मांगा गया है.  वारासिवनी की अयोध्या बस्ती में शासकीय भूमि पर अतिक्रमण होने के आवेदन पर कलेक्टर मीणा ने इस मामले में सीधे तहसीलदार से ही जानकारी ली. तहसीलदार इमरान मंसूरी ने शासकीय भूमि पर अतिक्रमण नहीं होना बताया गया. कलेक्टर मीना ने इस मामलें में लिखित आवेदन मांगा है.


Web Title : NOW APPLICANTS ARE GIVING APPLICATIONS DIRECTLY FROM THE FRONT, THE SYSTEM OF PUBLIC HEARING CHANGED, NOTICES ISSUED TO 5 OFFICERS WHO DID NOT APPEAR IN THE PUBLIC HEARING