बाढ़ में फंसी गर्भवती महिलाओं का किया गया रेस्क्यु, जिले में 5 सैकड़ा से ज्यादा लोगों का किया गया रेस्क्यु

बालाघाट. जिले में बुधवार को बारिश नहीं हुई लेकिन बीते सोमवार की रात से मंगलवार की देररात तक हुई बारिश और जिले सहित पड़ोसी जिले तथा पड़ोसी राज्य के बांध से खोले गए पानी के कारण जिले के वैनगंगा नदी और सहायक नदियों के तटवती क्षेत्रो में बाढ़ जैसे हालत बने रहे है. इन तटवर्ती क्षेत्रो में एसडीईआरएफ और होमगार्ड की टीम, उन सैकड़ो लोगों के लिए देवदूत बनकर पहुंची, जो बाढ़ में फंसे थे. दो दिनो में टीम ने लगभग सैकड़ो लोगों का रेस्क्यु कर उन्हें सुरक्षित स्थान में पहुंचाया है. वही किरनापुर क्षेत्र के निलागोदरी से दो गर्भवती महिलाओं और लांजी क्षेत्र के कांद्रीकला से बाढ़ में फंसी गर्भवती महिला का प्रभारी महेश कुमार उईके और टीम ने किया रेस्क्यु किया.

लांजी एसडीएम प्रदीप कौरव ने बताया कि दो दिनों से हो रही लगातार बारिश के चलते अनुविभाग के परसोड़ी, बापड़ी, कुलपा, चिखलामाली, उमरी और सावरी से 570 लोगों का रेस्क्यु किया गया. चूंकि महाराष्ट्र के बांधो को खोले जाने से क्षेत्र में बाढ़ जैसी स्थिति हो गई है. जिसे बंद किए जाने के बाद अब जलभराव की स्थिति सामान्य होती जा रही है.  बाढ़ में फंसे लोगों के लिए एसडीईआरएफ और होमगार्ड के जवान, देवदूत बनकर पहुंचे. जिन्होंने जिले में सैकड़ो लोगों को बचाकर सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया. डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट रजनी खटीक के मार्गदर्शन में रेस्क्यू टीम में टीम सहायक प्रभारी महेश कुमार उईके,  सुनील नगपुरे, सुखलाल, अशोक, सोनू सिंह, हुलास राम, हीरालाल, फतेहलाल,अरविंद, आशीष, मुलेंद्र, बुधराम,  शिवराम, लोचन, रावनू सिंह, नवल सिंह, बरसू सिंह, देवन सिंह, टोविंद्र, हुलास राम, चेतेश्वर राहंगडाले की भूमिका रही.  


Web Title : PREGNANT WOMEN TRAPPED IN FLOODS, MORE THAN 5 HUNDRED PEOPLE RESCUED IN THE DISTRICT