बारिश और उमस से धान की फसल पर लगी बीमारी,धान फसल को बचाने वैज्ञानिकों ने दी काढ़े के छिड़काव की सलाह

बालाघाट. कृषि महाविद्यालय, मुरझड़ फार्म, कृषि विभाग, बालाघाट एवं कृषि विज्ञान केन्द, बड़गॉंव के संस्था प्रमुख एवं वैज्ञानिकों के द्वारा किसान भाईयों को सलाह दी गई है कि वर्तमान समय मे किसानो के खेतो मे हल्की प्रजाति की धान फसल कटने के लिये तैयार या करीब है, परन्तु इस समय हो रही बारिश एवं उमस के कारण मध्यम से लेट किस्मों में भूरा माहो, तनाछेदक, पेनिकल माइट कीट के साथ नेक ब्लास्ट, लाई फूटना, पेनिकल ब्लाइट, तना गलन जैसी बिमारियों का खतरा भी दिख रहा है.

जिले के किसानों को ऐसी स्थिति में सलाह दी गई है कि वे अपने खेतों का सतत निरीक्षण करें. पड़ोस के खेत मे उपरोक्त कीट-बीमारीयों के लक्षण या अपने खेत मे इनमें से किसी कीट या बीमारी के शुरूवाती लक्षण दिखाई देने पर अपने क्षेत्र के कृषि अधिकारी, कृषि विज्ञान केन्द्र, बड़गॉव या कृषि महाविद्यालय, मुरझड़ फार्म के कृषि वैज्ञानिकों से सलाह कर दवा का छिड़काव करें.

इन कीट बीमारीयों की रोकथाम के लिए समान्यतः किसान भाई अपने स्वयं निर्मित देशी काढ़ा जो कि गौमूत्र, नीम, जंगली तुलसी, गराड़ी, सीताफल, बेल इत्यादि की पत्ति से निर्मित काड़ा का समय-समय में छिड़काव करे. जैविक दवाईयों मे नीम का तेल, बेविरिया बैसियाना, बी. टी. का उपयोग कीड़ो के नियंत्रण के लिए स्यूडोमोनास फ्लोरोसेन्स का धान की बीमारियों के नियंत्रण के लिए उपयोग करे. कीट बीमारीयो का आक्रमण होने के उपरान्त आवश्यक होने पर रसायनिक दवाईयों का उपयोग विशेषज्ञ के सलाह के आधार पर करे. जैसे भूरा माहू के लिये इमिडा, थायोमेथाक्जाम, डायटेफूरान, पायमेट्रिजिन इत्यादि इनमे से कोई एक का किसी सम्पर्क किटनाशी जैसे प्रोफेनोफास, फिप्रोनिल क्लोरोपाईरीफास इत्यादि मे से किसी एक के साथ छिड़काव करे. अगर लाईफूटना, नेक ब्लास्ट, तना गलन, ब्लाईट के लक्षण या संभावना हो तो प्रोपिकोनाजोल, हेक्जाकोनोजाल, आईसोप्रोथेलिन इत्यादि मे से किसी एक फफूंदीनाशक का छिड़काव भी कर सकते है.

दवा का छिड़काव करने वाले व्यक्ति को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिये की वह भूखा न हो, नाक एवं मुंह मे मास्क या कपड़ा बांधे हवा की दिशा में सुबह व शाम के समय छिड़काव करे साथ ही साथ दवा दुकान से दवाई का पक्का बिल प्राप्त करे. किसान भाई अपनी फसल का लगातार निरीक्षण करे वर्तमान मे हो रही उमस भूरा माहो, कीट व अन्य कीट बीमारियों के लिये अनुकूल परिस्थिती का निर्माण कर रही है. अतः समय रहते किसान भाई विशेषज्ञ की सलाह अनुसार दवाई का छिड़काव करें.


Web Title : RAIN AND HUMIDITY CAUSE DISEASE ON PADDY CROP, SCIENTISTS ADVISE SPRAYING OF DECOCTION TO SAVE PADDY CROP