बंद रहे स्कूल, नहीं मनाया गया जन्माष्टमी का पर्व, जनशिक्षक ने कहा कि नोटिस जारी कर पूछा जाएगा जवाब

बालाघाट. प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पूरे प्रदेश के शासकीय और निजी स्कूलो में 26 अगस्त को जन्माष्टमी पर्व का आयोजन कर भगवान श्री कृष्ण की शिक्षा और मित्रता के प्रसंग तथा जीवन दर्शन पर आधारित विषयों के विद्वानों के माध्यम से व्याख्यान एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित कराने के आदेश दिए गए थे, लेकिन जिले के कई स्कूलो में जन्माष्टमी पर्व तो दूर, स्कूल का ताला तक नहीं खुला. जिसको लेकर अभिभावकों ने नाराजगी जाहिर की है.  

शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के कई स्कूलो में शासन के जन्माष्टमी पर्व पर व्याख्यान और सांस्कृतिक कार्यक्रमो का आयोजन नहीं किया गया. बल्कि स्कूली बच्चों को दो दिन की छुट्टी बताकर, शाला के जिम्मेदारों ने इतिश्री कर ली. स्कूलों के बंद होने के बाद जिम्मेदार, आज नहीं तो कल कार्यक्रम आयोजित करने की बात कर रहे है तो जनशिक्षक ने स्कूल बंद कर जन्माष्टमी पर्व पर कार्यक्रम आयोजित नहीं करने वाले स्कूल के प्रधानपाठकों को नोटिस जारी कर जवाब मांगने की बात कही है.

दरअसल, 26 अगस्त को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के स्कूलो में बच्चो के साथ जन्माष्टमी पर्व मनाए जाने के आदेश दिए थे. जिसका कई स्कूलो में पालन तो किया गया लेकिन कई स्कूलो में ताला बंद रहा. ऐसे ही कई स्कूलो में शामिल, जिले के लामता क्षेत्र अंतर्गत शासकीय प्राथमिक शाला बुढ़ियागांव, शासकीय माध्यमिक शाला बुढ़ियागांव, शासकीय प्राथमिक शाला टाकाबर्रा, शासकीय प्राथमिक शाला और शासकीय माध्यमिक शाला टिटवा में ताला बंद दिखाई दिया.  

हालांकि स्कूलों के बंद होने की वजह, स्कूल के प्रधानपाठकों से संपर्क नहीं होने से पता नही चल सकी, लेकिन जनशिक्षक रमेश बिसेन ने बताया कि कुछ स्कूलो में कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जाने की जानकारी मिली है, 27 अगस्त को ऐसे स्कूलों की सूची तैयार कर स्कूल के प्रधानपाठकों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा जाएगा.


Web Title : SCHOOLS REMAIN CLOSED, JANMASHTAMI FESTIVAL NOT CELEBRATED, PUBLIC TEACHER SAID THAT NOTICE WILL BE ISSUED AND ANSWER WILL BE ASKED