छात्रा ने आत्महत्या नहीं की थी उसकी हत्या हुई थी, फांसी पर लटकी मिली छात्रा की मर्ग जांच उपरांत पुलिस ने किया हत्या का मामला दर्ज

बालाघाट. खैरलांजी थाना अंतर्गत विगत 25 अक्टूबर को छात्रा 16 वर्षीय शीतल पिता ज्ञानेश्वर क्षीरसागर का शव दुपट्टे से फांसी के फंदे पर लटका मिला था, उसने आत्महत्या नहीं की थी बल्कि उसका मुंह, नाक दबाकर हत्या की गई थी, जिसके बाद उसके शव के गले में दुपट्टा बांधकर उसे फांसी पर लटका दिया गया था. जिसका खुलासा मर्ग जांच उपरांत पीएम जांच रिपोर्ट से सामने आया है, अब पुलिस ने इस मामले में अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या करने और हत्या के साक्ष्य छिपाने की मंशा से धारा 302, 201 के तहत अपराध कायम कर विवेचना में लिया है. इस मामले में खैरलांजी थाना प्रभारी जयसिराम वरडे ने बताया कि मर्ग जांच और पीएम रिपोर्ट से मृतिका 16 वर्षीय छात्रा की मौत की जानकारी फांसी लगने से नहीं बल्कि मुंह और नाक दबाकर हत्या किये जाने की जानकारी के आधार पर हत्या और साक्ष्य छिपाने का मामला दर्ज कर विवेचना में लिया गया है. जिसमें जल्द ही आरोपी की गिरफ्तारी की जायेगी.

गौरतलब हो कि छोटी सी बात पर छात्रा द्वारा स्कूल से आकर फांसी लगाकर आत्महत्या किये जाने का मामला 25 अक्टूबर को सामने आया था, लेकिन मर्ग जांच उपरांत मौत की वास्तविकता सामने आने पर इसकी वास्तविकता कुछ और थी, छात्रा ने आत्महत्या नहीं की थी, बल्कि उसकी हत्या कर साक्ष्य छिपाने उसके शव को फांसी पर लटका बताया गया. जिसके बाद छात्रा की हत्या को अब ऑनर किलिंग से जोड़कर देखा जा रहा है, हालांकि पुलिस का कहना है कि मामले की विवेचना उपरांत और आरोपी की गिरफ्तारी के बाद ही छात्रा की हत्या क्यों की गई? इसका पता चल पायेगा.  

विगत 25 अक्टूबर को खैरलांजी थाना अंतर्गत भंडारबोड़ी में 16 वर्षीय छात्रा का शव घर की छपरी में दुपट्टे से फांसी पर लटका सबसे पहले उसकी मां ने देखा था. जिसके बाद उसने फांसी का दुपट्टा काटकर बेटी शीतल के शव को नीचे उतारा था. अमूमन ऐसी घटनाओं में पहले सूचना पुलिस को दी जाती है, लेकिन परिजनों ने पहले मृतिका के फांसी लगाने वाले दुपट्टे को काटकर उसे नीचे उतारा, जिसके बाद घटना की सूचना पुलिस को दी गई थी. उस दौरान यह सामने आया था कि छात्रा जब स्कूल गई थी, उस दौरान घर के सभी लोग किसी कार्यक्रम में शामिल होने गये थे और जब छात्रा स्कूल से लौटी तो उसने घर की छपरी में दुपट्टे से फांसी लगा ली थी, जिस वक्त घर पर कोई नहीं था. जब परिजन कार्यक्रम से लौटे तो पता चला कि छात्रा शीतल ने दुपट्टे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. बहरहाल घटना के बाद परिजनों की घटना को लेकर पेश की गई दलील कितनी सच है और छात्रा की हत्या किसने, कब और क्यों की? इस सवालों का जवाब पुलिस की जांच के बाद ही सामने आयेगा, लेकिन छात्रा की आत्महत्या की कहानी हत्या में बदलते देर नहीं लगी और घटना के तीसरे दिन ही पुलिस ने इस मामले मंे पीएम रिपोर्ट और मर्ग जांच के बाद हत्या का मामला दर्ज कर विवेचना में लिया है.  


Web Title : STUDENT DID NOT COMMIT SUICIDE, SHE WAS MURDERED, POLICE REGISTER MURDER CASE AFTER MARG PROBE OF GIRL FOUND HANGING