दिव्यांगों को बुलाकर अकेला छोड़ गये अधिकारी, कार्यशाला स्थगित करने की सूचना देरी से मिली-अमन नामदेव, अधिकारी, कर्मचारी डॉ. है जो कैंप में गये-बिसेन

बालाघाट. जिले में दिव्यांगो के जायज हक और अधिकार को लेकर प्रगतिशील दिव्यांग कल्याण सेवा समिति के माध्यम से विगत दिनों हड़ताल की गई थी. लगभग 6 दिनों तक चली हड़ताल के बाद स्थानीय नेताओं ने अंत्योदय का भाव का स्मरण कराते हुए दिव्यांगो की चिंता करने का भरोसा दिलाया और उन्हें लिखित आश्वासन दिया था. जिसमें आज 14 दिसंबर को समस्त विभागो की कार्यशाला में दिव्यांगो को आमंत्रित किया गया था, लेकिन जब दिव्यांग जिला पंचायत पहुंचे तो वहां कोई अधिकारी नहीं था. जानकारी में समिति पदाधिकारियों को पता चला कि कार्यशाला लालबर्रा में आयोजित स्वास्थ्य शिविर के चलते स्थगित कर दी गई है लेकिन तब तक जिले के विकलांग मुख्यालय पहुंच चुके थे.  

जिस पर प्रगतिशील दिव्यांग कल्याण सेवा समिति पदाधिकारी अमन नामदेव ने तीखी नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि दिव्यांगो के साथ जिले में भेदभाव किया जा रहा है, देररात्रि उन्हें कार्यशाला स्थगित करने की सूचना दी गई, जबकि कार्यक्रम पूर्व निर्धारित था तो पूर्व से ही उन्हें सूचित करना था लेकिन रात्रि में सूचना दी गई, ऐसे में कई लोगों के व्हाट्सअप नहीं होने के कारण उन तक मैसेज नहीं पहुंच पाया और किसी तरह अपने अल्प पेंशन के दम पर जिले से विकलांग किराया में अपनी राशि खर्च कर बालाघाट पहुंचे हैं. जिससे सभी विकलांग प्रशासन के दूजे भाव से व्यथित और आक्रोशित है.  

हमारी मांग है कि जिले से कार्यशाला के नाम पर भुखे-प्यासे आये दिव्यांगो के भोजन की व्यवस्था के साथ ही उनके आने-जाने का किराया उन्हें उपलब्ध कराया जाये और लिखित तौर से आगामी कार्यशाला की जानकारी पूरी चेतना के साथ दी जाये.  जिला पंचायत पहुंचे दिव्यांगो ने प्रशासनिक अधिकारियो की दिव्यांगो को लिखित आश्वासन दिये जाने के बाद भी गैर जिम्मेदारी पर जमकर आक्रोश व्यक्त कर नाराजगी जाहिर की.  

इस मामले में विपक्षी कांग्रेस नेता और मजदूर यूनियन अध्यक्ष विशाल बिसेन ने भी गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जब लिखित में कार्यशाला आयोजन की सूचना दी गई तो लिखित में स्थगित की भी सूचना देना था. चूंकि अधिकारी, कर्मचारी लालबर्रा स्वास्थ्य कैंप गये है तो वह डॉक्टर नहीं है और उनका वहां कोई काम नही हैं बल्कि आज दिव्यांगो की कार्यशाला होती तो निश्चित ही इसका लाभ दिव्यांगो को होता. जिसमें विभिन्न विभागो के अधिकारी आते और शासन की योजनाओं से दिव्यांगो को लाभांवित करते. उन्होंने लालबर्रा मंे स्वास्थ्य कैंप आयोजन पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि इतने वर्षो की राजनीति में आयोग अध्यक्ष जिले को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं करवा सके. जिसके लिए यह कैंप आयोजित कर रहे है. जबकि जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई हुई है.


Web Title : THE INFORMATION ABOUT THE POSTPONEMENT OF THE WORKSHOP WAS RECEIVED LATE AMAN NAMDEV, OFFICER, EMPLOYEE WHO WENT TO THE CAMP BISEN