वारासिवनी में विकास कार्यो को लेकर श्रेय लेने की मची होड़, विधायक के बाद पूर्व विधायक ने सिविल अस्पताल को 100 बिस्तरो करने पर कहा तत्कालीन शिवराज सरकार ने अंतिम समय में दी थी सौगात

बालाघाट. जिले की 06 विधानसभाओ में केवल वारासिवनी विधानसभा में ही क्षेत्रीय विकास कार्यो को लेकर श्रेय लेने की होड़ मची है, जिसका क्षेत्रीय जनता भी जमकर लुत्फ उठा रही है. हालिया सिविल अस्पताल वारासिवनी को 100 बिस्तरों में उन्नयन करने को लेकर, जहां गत दिवस विधायक विवेक पटेल ने इसे अपने प्रयासों का नतीजा बताया था, वहीं दूसरे दिन 17 जुलाई को पूर्व विधायक प्रदीप जायसवाल ने मीडिया को जारी किए समाचार में इसे प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल के अंतिम दिवस में दी गई सौगात बताते हुए इसे स्वयं के प्रयास से किए गए प्रयासो का परिणाम बताया है.

पूर्व विधायक प्रदीप जायसवाल ने बताया कि तत्कालीन शिवराजसिंह चौहान की सरकार ने सिविल अस्पताल वारासिवनी के 48 बिस्तरीय अस्पताल को 100 बिस्तरीय बनाने के आदेश ए प्लस के साथ 11 अगस्त 2023 को ही कर दिया था. जिस निर्णय को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अब स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभाग के उच्चाधिकारियो को भूमि निरिक्षण के लिए आदेशित किया है. जिसके परिपेक्ष्य मे गत दिवस 24 करोड़ 9 लाख रूपए के नए भवन निर्माण के लिए अधिकारियो की टीम ने सिविल अस्पताल वारासिवनी का निरीक्षण किया.  

उन्होंने जारी बयान में बताया कि शासकीय चिकित्सालय में बिस्तरो की कमी और मरीज को जिला चिकित्सालय मे भेजे जाने की पीड़ा को देखते हुए अस्तपाल को 100 बिस्तरों का किए जाने को लेकर प्रदेश शासन के समक्ष पुरजोर तरीके से मांग रखी थी. जिसके बाद पूूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वारासिवनी खैरलांजी क्षेत्र से प्रगाढ़ संबधो को ध्यान मे रखते हुए इस मांग को पूरा किया था.

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने आदेश मे उन्होने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने, ए-प्लस के आर्डर के साथ 18 जून 2019 को संज्ञान लिया. जिसके बाद लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अपर सचिव राकेश कुमार श्रीवास्तव ने आयुक्त को पत्र लिखकर 2 जून 2023 को प्रशासकीय स्वीकृति जारी की थी. जिसमे 48 से 100 बिस्तरीय सिविल अस्पताल वारासिवनी भवन मे उन्नयन और निर्माण कार्य का आदेश सम्मिलित था. जिसके लिये प्रशासकीय स्वीकृति के अनुसार भवन निर्माण के लिये 24 करोड 8 लाख 84 हजार रूपये और फर्नीचर के लिये 11 लाख 89 हजार रूपये का प्रावधान किया गया था. जिसको लेकर कार्यपालन यंत्री भवन लोक निर्माण विभाग ने 13 सितबंर 2023 को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बालाघाट को पत्र लिखकर प्रशासकीय स्वीकृति की जानकारी दी और निर्माण कार्य के लिये भूमि उपलब्ध कराने की मांग की थी.  

  पूर्व विधायक प्रदीप जायसवाल ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बताया की बालाघाट जिले मे एकमात्र वारासिवनी खैरलांजी विधानसभा क्षेत्र को 100 बिस्तरीय सिविल अस्पताल की सौगात मिली है. उन्होने बताया कि सिविल अस्पताल के 100 बिस्तरों के हो जाने के बाद अस्तपाल में नए चिकित्सक, स्टाफ नर्स सहित अन्य पदो पर नियुक्ति भी की जाएगी.


Web Title : THERE WAS A COMPETITION TO TAKE CREDIT FOR DEVELOPMENT WORKS IN VARASIVANI