वात्सल्य आराधना ग्रुप आंगनबाड़ी में बच्चोें को सीखा रहा पेपर बैग बनाना

बालाघाट. पॉलीथिन पर्यावरण के लिए सबसे खतरनाक है, बावजूद इसके लगातार पॉलीथिन का उपयोग बढ़ रहा है, पॉलिथिन पर प्रतिबंध के बावजूद जिम्मेदार संस्थायें और विभागीय अधिकारी, इस पर कार्यवाही को लेकर कतई गंभीर नहीं है, जिसके चलते सब्जी बाजार से लेकर किराना दुकान और बेकरी से लेकर हर दुकानो में पॉलीथिन का उपयोग धड़ल्ले से हो रहा है, जिस पर कार्यवाही की स्थिति शून्य है, जिम्मेदार केवल और केवल, अपील के माध्यम से अपनी जिम्मेदारियोें से पल्ला झाड़ने में लगे है, ऐसे में वात्सल्य आराधना ग्रुप, आंगनबाड़ी में जा-जाकर, बच्चों को पेपर बैग बनाने सीखा रहा है, जिससे ग्रुप ना केवल पॉलीथिन से पर्यावरण प्रदूषण को रोकने की पहल कर रहा है बल्कि गर्मी की छुट्टियों में बच्चों को समय के सदुपयोग के साथ ही आत्मनिर्भर बना रहा है, ताकि वह पेपर बैग को सप्लाई कर कुछ आर्थिक लाभ ले सकें.

इसी कड़ी मेें वात्सल्य आराधना ग्रुप 17 मई को नगरीय क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 30 स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक 61 एवं 64 में पहुंचा. जहां ग्रुप की महिलाओं ने बच्चों को पेपर बैग बनाना सीखाया.  

वात्सल्य आराधना ग्रुप से जुड़ी पूजा राठौर ने बताया कि देश को आज पॉलीथिन पर्यावरण से मुक्त करने की जरूरत है अन्यथा आगामी समय में, पॉलीथिन से हो रहे पर्यावरण प्रदूषण के गंभीर परिणाम हमें भुगतने पड़ सकते है, इसलिए वात्सल्य आराधना ग्रुप बच्चों को कुछ नया सीखा रहा है, खासकर, पर्यावरण को पॉलीथिन प्रदूषण से रोकने के लिए हम बच्चांे को पेपर बैग बनाना सीखा रहे है, जिसका कुछ ज्यादा खर्च नहीं है और इसे बनाकर बच्चे, पेपर बैग को चाहे तो मेडिकल दुकान, हॉटल या स्टेशनरी सहित अन्य ऐसी दुकानेें जहां सामग्री को पॉलीथिन में दिया जाता है, वहां इसका विक्रय कर अपने लिए राशि भी एकत्रित कर सकते है, जिससे ना केवल उनकी गर्मी की छुट्टियांे का सदुपयोग होेगा बल्कि पर्यावरण प्रदूषण को रोकने में भी एक बड़ा कदम होगा.

इस दौरान आंगनबाड़ी में वात्सल्य आराधना ग्रुप से जुड़ी महिलायें श्रीमती मीना चावड़ा, श्रीमती नेहा वेगड़, श्रीमती पूजा राठौर, श्रीमती निशा टाँक, श्रीमती नेहा ठाकुर सहित अन्य महिलाये उपस्थित थी.


Web Title : VATSALYA ARADHANA GROUP IS TEACHING CHILDREN IN ANGANWADI TO MAKE PAPER BAGS