बाढ़ में बहे पुलिया पर नहीं हुई सुनवाई तो ग्रामीणों ने बना दिया लकड़ी का पुल, बैहर क्षेत्र के आदिवासी अंचल माना के लपटी ग्राम के ग्रामीणों ने बांधा पुल

बालाघाट. बैहर क्षेत्र के ग्राम पंचायत माना अंतर्गत बाढ़ में बहे पुलिया को बनवाने को लेकर कोई सुनवाई नहीं होने पर ग्रामीणों ने लकड़ी का पुल बना दिया.  दरअसल, बीते दिनों जिले में हुई बारिश से आई बाढ़ के कारण बैहर क्षेत्र के ग्राम पंचायत माना अंतर्गत ग्राम लपटी में आवागमन का पुलिया टूट गया था. जिससे ग्रामीणों और स्कूली बच्चों को आवागमन में समस्या आ रही थी. ग्रामीणों ने शासन, प्रशासन से पुल की मांग की तो उन्हें केवल आश्वासन मिला. जिससे ग्रामीणों ने सामूहिक मेहनत से आवागमन के लिए टुटे पुल पर लकड़ी का पुल तैयार कर दिया. जिससे अब ग्रामीण आवागमन कर रहे है.

बताया जाता है कि बैहर क्षेत्र की  गढ़ी मार्ग के बीच से प्रवाहित होने कश्मीरी नाले पर बना पुलिया तेज बहाव में बह गया था. जिससे यहां के ग्रामीणों को आने-जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. चूंकि गांव में दूसरा कोई बाहर निकलने वाला रास्ता नहीं से दिक्कत औरब बढ़ गई थी. ऐसी स्थिति में ग्रामीणों ने प्रशासन से पुलिया निर्माण की मांग की लेकिन प्रशासन के ध्यान नहीं दिए जाने पर ग्रामीणों और स्कूली बच्चों को आवागमन में हो रही समस्या को देखते हुए आवागमन की वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में लकड़ी का पुल बना दिया.  लोकपाल सिंह कोसरे ने बताया कि ग्राम में 10 साल पुराना एक पुलिया कुछ दिन पहले हुई भारी बारिश की बाढ़ में क्षतिग्रस्त होकर बह गया और ग्रामीणों का आना-जाना पूरी तरह बंद हो गया. उन्होंने विभाग से चर्चा की पर कोई भी समाधान नहीं निकला. पुलिया के टूटने से ग्रामीण बाजार और स्कूली बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे थे. जिसे देखते हुए ग्रामीणों द्वारा लकड़ी का पुलिया बनाया गया. जिससे अभी आवागमन किया जा रहा है. हमारी प्रशासन से मांग है कि यदि ग्राम के पुलिया को बनाने के साथ ही  गांव में एक बायपास रोड भी बनाया जाए ताकि भविष्य में यदि ऐसी स्थिति बनती है तो वह बायपास मार्ग से अपना आना-जाना कर सके.


Web Title : WHEN THE BRIDGE WASHED AWAY IN THE FLOOD WAS NOT HEARD, THE VILLAGERS OF LAPATI VILLAGE OF MANA, THE TRIBAL ZONE OF BAIHAR AREA, BUILT A BRIDGE