सत्संग से ही भवसागर पार करना संभव : पंडित शास्त्री

देवघर : सारठ प्रखंड क्षेत्र के पुरनी करैहिया गांव में उत्थान एकादशी के अवसर पर संगीतमय रामकथा व भागवत कथा का आयोजन किया गया. जिसमें चित्रकुट धाम से आये कथा वाचक पंडित महेन्द्र शास्त्री ने कहा कि इस धरती पर मनुष्य श्रेष्ठतम प्राणी है.  

ईश्वर ने मनुष्य को ही बुद्धि ज्ञाण और विवेक दिया है, जबकि अन्य जीवों को नहीं. कहा कि मानव शरीर की प्राप्ति बड़ी कठीन है. जब अनेक जन्मों के पुण्य उदय होते है तब मानव जीवन प्राप्त होता है. इस धरती पर जितने भी प्राणी है सब ईश्वर के द्वारा सृजित है. सबसे प्यार, दया, सहानुभुति और आत्म भाव रखकर ही हम सुखी रह सकते है.  

उन्होंने कहा कि परिवार, समाज और राष्ट्र के लिए जिये. कहा कि सत्संग से ही जीवन का भवसागर पार होता है. शास्त्री जी ने कहा कि अगर दुध में घी है तो जगत में जगदीश है. लेकिन जिस तरह दुध से दीपक नहीं जलता उसी प्रकार जब तक परमात्मा का चिंतन व मनन नहीं करोगे तो भगवान भी नहीं मिलता है.  

शास्त्री जी ने राम कथा के साथ-साथ सुर और संगीत के जरिये शैक्षित भजन प्रस्तुत कर लोगों का मन मोह लिया. वही आचार्य कृष्ण बल्लभ उपाध्याय द्वारा भागवत कथा के दौरान कृष्ण जन्मोत्सव, पुतना वध कृष्ण बाल लीला आदि प्रसंग प्रस्तुत किया गया.  

वहीं हिन्दी व भोजपुरी भजन प्रस्तुत कर श्रद्धालुओं को खुब झुमाया. इसके पूर्व कलष यात्रा, कूल देवी पूजन व परायण यज्ञ भी किया गया. कार्यक्रम का आयोजन राजेश्वरी तिवारी, अनिल तिवारी, कार्तिक तिवारी, गणेश तिवारी आदि द्वारा किया गया.  

मौके पर राकेश तिवारी, रितेश तिवारी, अनाता देवी, भवानी देवी, मुकेश तिवारी, टिुकु कुमार, सुनीता देवी, अभयकांत तिवारी, जयप्रकाष तिवारी, प्रदीप यादव, बांडु राउत समेत अन्य मौजूद थे.  


Web Title : RAMKATHA AND BHAGWAT KATHA HELD IN SARATH BLOCK AREA DEVGHAR