घर पर माँ कर रही थी छठ व्रत 17 वर्षीय पुत्र की बराकर नदी में डूबने से मौत, पसरा मातम

निरसा(बंटी झा) : कहा जाता है ऊपर वालों की लीला गज़ब की रहती है. आज पूरे देश मे छठ महापर्व का पहला अर्घ्य है. माँ अपने बच्चों और परिवार के कुशलता और सुख शांति के लिए छठ मईया का व्रत कर रही है. लेकिन इसी दौरान अगर किसी घर मे छठ पूजा का माहौल चल रहा है और उस घर मे किसी की मौत हो जाती हो वो भी एक माँ के बच्चो की तो जरा सोचिए उस घर मे किस प्रकार का माहौल हो जाएगा.

पश्चिम बंगाल के बराकर नदी जो चिरकुंडा झारखंड में स्थित है जहां रविवार की सुबह नहाने के क्रम में डूब गया. अस्पताल ले जाने के क्रम में उसकी मौत हो गई.   जानकारी के अनुसार बराकर के बिरला निवासी 17 वर्षीय अंकित मिश्रा अपने दो दोस्तों के साथ बराकर नदी में नहाने गया था. नहाते हुए अंकित पानी के गहराइयों में चल  जाने के कारण अंकित डूबने लगा. उसके साथ उसके दो दोस्तों ने उसे बचाने का प्रयास किया. लेकिन उनके दोनों दोस्त भी पानी मे डूबने लगा. बराकर नदी छठ घाट पर मौजूद लोगों ने उसके दोस्तों को डूबते हुए देखा तो सभी को पानी से बचाते हुए बाहर निकाला. आनन फानन में अंकित को अस्पताल ले जाया गया. लेकिन अंकित ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया. चिकित्सकों ने अंकित को मृत घोषित कर दिया. अंकित के घर में भी छठ पूजा का त्यौहार हो रहा था. त्योहार को लेकर घर मे धूमधाम का माहौल था. परिजनों को जानकारी मिलने पर अस्पताल पहुचा. जहा अंकित को देखते ही परिजनों के चीत्कार से पूरे माहौल में मातम पसर गया है. परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है.

वही घटना के बाद घटना स्थल पर पुलिस बल की तैनाती कर दी गयी है. घटना स्थल को लाल कपड़े से घेरा दिया गया है. ताकि कोई उस जगह ना जा सके.


वहीं लोगों का कहना है कि प्रशासन द्वारा बराकर नदी छठ घाट पर जिस जगह पर अधिक गहराई है वहां पर किसी प्रकार की बैरिकेटिंग या घेरा नहीं दिया गया है व्यवस्था में कमी है जिसके कारण आज यह घटना घटी है.