शिलान्यास के पांच माह बाद भी राजा तालाब में नहीं बने छठ घाट

धनबाद. बिग बाजार के पीछे राजा तालाब में हर साल छठ व्रतियों की भारी भीड़ उमड़ती है. आठ लेन सड़क के किनारे बसी नई कॉलोनियों के लोग यहां अर्घ्य देने के लिए आते हैं. पांच महीने पहले नगर निगम ने तालाब की सौंदर्यीकरण योजना का शिलान्यास किया था. शिलान्यास के बाद नगर निगम तालाब बनाना ही भूल गया. एक बार फिर से छठ पर लोगों को परेशानी होगी.
6. 67 एकड़ में फैले राजा तालाब की सौंदर्यीकरण योजना के लिए निगम ने दो करोड़ 61 लाख के बजट का प्रावधान किया है. संवेदक ने पहले बरसात तो अब छठ का हवाला देकर काम शुरू नहीं किया. राजा तालाब के छठ घाट इतने खतरनाक हैं कि छठ के दौरान भीड़ बढ़ने पर यहां गिरने का खतरा है. दस हजार से अधिक लोग यहां अर्घ्य देते हैं. घाट के नाम पर टूटी हुई सीढ़ी है.

वीआईपी लोगों का तालाब फिर भी यह हाल: राजा तालाब में सिंह मेंसन परिवार के लोग छठ करने आते हैं. पूर्व मेयर इंदू देवी भी तालाब में अर्घ्य देती हैं. पूर्व विधायक संजीव सिंह के परिवार के लोग भी यहां अर्घ्य देते हैं. इसके बावजूद छठ घाट की स्थिति बीते 13 वर्षों में नहीं सुधर पाई.

नई कॉलोनियों के लिए एकमात्र पुराना तालाब: शहर में तेजी से आठ लेन सड़क के किनारे नई कॉलोनियां बस रही हैं. सहयोगी नगर की कई कॉलोनियां राजा तालाब के आसपास बस गई हैं. इन मुहल्ले के लोग छठ का अर्घ्य देने के लिए तालाब पहुंचते हैं. छठ घाट नहीं बनने से हमेशा ही लोगों के डूबने का खतरा बना रहता है. सुरक्षा के नाम पर नगर निगम एक रस्सी लगाकर खतरनाक एरिया बताता है, लेकिन घाट की कमी की वजह से लोग कई बार पानी में गिर चुके हैं.