पीएमसीएच में कार्यरत प्राइवेट सुरक्षा गार्ड विधायक से मिलकर लगाई फरियाद, 1 जुलाई से सेवा समाप्त करने का सरकार का निर्णय

धनबाद. पीएमसीएच में कार्यरत प्राइवेट सुरक्षा गार्ड रविवार को विधायक राज सिन्हा से मिलने उनके आवास पर पहुँचे. 30 जून के बाद से उनका सेवा कार्य समाप्त कर दिए जाने के सरकार के निर्णय से उन्हें अवगत कराया. सुरक्षा गार्डों ने विधायक को इस बात से भी अवगत कराया है कि सेवा समाप्त होने के बाद सभी बेरोजगार हो जायेंगे ऐसी परिस्थिति में उनकी ड्यूटी यथावत बनी रहे इस दिशा में कोई सार्थक पहल की जानी चाहिए. सुरक्षा गार्डों की मांगों को गम्भीरता से लेते हुए उन्हें आश्वस्त कराया की पीएमसीएच में नए सिरे से सुरक्षा गार्ड के लिए टेंडर निकलने पर प्राथमिकता के तौर पर सभी को बहाल कर लिया जायेगा. पीएमसीएच के अधीक्षक से मिलकर इस मांग को रखा जायेगा. गौरतलब है कि वर्ष 2016 में जी-अलर्ट प्राइवेट कंपनी के 50 सुरक्षा गार्डों ने पीएमसीएच में सेवा प्रारम्भ की थी. सरकार के साथ कंपनी के बीच हुआ एग्रीमेंट पिछले वर्ष अक्टूबर महीने में ही समाप्त कर दी गई थी. अक्टूबर के बाद से कंपनी को प्रबन्धन से मिल रहे एक्सटेंशन पर अबतक सुरक्षा गार्ड सेवा देते आ रहे थे. अब सरकार ने एक जुलाई से सभी प्राइवेट सुरक्षा गार्डों की सेवा समाप्त करने का आदेश दे दिया है. सरकार के इस निर्णय के बाद से सुरक्षा गार्डों के बीच असमंजस की स्थिति है चूँकि कंपनी के पास भी कोई प्लेसमेंट नहीं है. कंपनी के पास जबतक प्लेसमेंट नहीं आ जाता है तबतक कार्य से मुक्त गार्डों को बेरोजगार ही बैठना पड़ेगा. फिलवक्त सरकार के निर्णय के बाद अब एक जुलाई से पीएमसीएच की सुरक्षा का जिम्मा होमगार्ड के हाथों में रहेगी. वर्तमान में 20 होमगार्ड पीएमसीएच में सुरक्षा का कमान संभाल रहे है.