लाइक पड़ा युवक के साथ होलिका दहन के दिन हुआ था मारपीट, होली में पेड़ से लटकता मिला शव

चिरकुंडा (बंटी झा) : होली के एक दिन पूर्व हुई थी  विजय के साथ मारपीट.

 बागान धौड़ा स्थित बुढ़िया खाद में होलिका दहन के लिए लकड़ी लाने गया था विजय. और होली की रात  मेरे भाई का शव पेड़ से लटकता पाया गया. बहन का दर्द, माँ का आँशु, घर पर पसरा मातम और होली में बुझ गया घर का चिराग.


दरअसल मामला है  चिरकुंडा थाना क्षेत्र के नेहरू रोड स्थित लाइक पाड़ा निवासी विजय धीवर19 वर्षीय.   जो नेहरू रोड स्थित एक निजी फैक्ट्री में काम करता था और अपना घर परिवार चलता था. वही विजय की माँ मछली बेचने का कार्य करती है.

 

मृतक के बहन ने बताया की रविवार की शाम विजय धीवर बागान धौड़ा स्थित बुढ़िया खाद में होलिका दहन को लेकर लकड़ी लाने गया था. जहा कुछ युवकों के साथ उसकी मारपीट हो गयी. जिसके बाद कुछ लोग बाहर से मोहल्ले में आकर विजय धीवर के साथ मारपीट किया.  

जहा ग्रामीणों ने सभी को खदेड़ा.  

वही दूसरे दिन सोमवार को  विजय धीवर होली खेल कर शाम के 6बजे बाहर घूमने की बात बता कर घर से बाहर निकल गया.  


रात के 9बजे तक जब विजय घर नही आया तो परिजनों की चिंता बढ़ गयी. पूरे मोहल्ले व आसपास में विजय की खोजबीन की गयी. जहा घंटो खोजबीन के बाद परिजन पड़ोस में स्थित काली मंदिर के पीछे जंगलो में गया, जहां परिजनों ने विजय को रस्सी के सहारे एक पेड़ से झूलता पाया.



शव को देखते ही परिजन चितत्कारने लगा. और होली की रात पूरा क्षेत्र में मातम पसर गया.



वही सूचना मिलते ही चिरकुंडा पुलिस अपने दलबल के साथ घटना स्थल पहुची. शव को पेड़ से उतारा गया. और शव को पुलिस कब्ज़े में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.  


वहीं पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टि से विजय की मौत आत्महत्या लग रही है. हालांकि पुलिस  हर बिंदुओं की गहराई से जांच पड़ताल कर रही है. विजय के साथ किया गया मारपीट लोगों से पूछताछ की जा रही है.


वही मृतक  के परिजनों  का रो- रो कर बुरा हाल है मां का कहना है कि होली पर्व के दिन हमारे घर का चिराग बुझ गया परिजनों ने चिरकुंडा थाना में लिखित शिकायत दी है और मौत के मामले में गहराई से जांच पड़ताल कर दोषियों पर उचित कार्रवाई की मांग की है.


मृतक विजय धीवर का मौत हत्या है या आत्महत्या यह एक जांच का विषय है. लेकिन पर्व के दिन क्षेत्र में मौत के घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गयी.

और होली की रात परिवार वालो की एक काली रात बन गयी.