विधायक का प्रयास रंग लाया मजदूरों की जीत हुई पांचवां दिन त्रिपक्षीय वार्ता के बाद मजदूरों की लड़ाई प्रतिष्ठा के साथ समाप्त हुआ

रिपोर्ट,  बी के सिंह

निरसा  : मजदूर हित मे  विधायक के नेतृत्व में चार दिनों से चल रहा धरना आज पांचवां दिन शुक्रवार को त्रिपक्षीय वार्ता के बाद  समाप्त  हुआ. विधायक ने धरना समाप्त होने की घोषणा की .   सम्मान जनक समझौते की सूचना पर मजदूरों में खुशी की लहर दौड़ गई.

 सभी मजदूर ने  एक दूसरे को गुलाल अबीर लगाकर  बधाई दिया . विधायक अरूप चटर्जी ने मजदूरों को संबोधित करते हुए कहा कि यह लड़ाई तमाम मजदूर लड़ रहे थे.   अगर मजदूर एक नहीं होते तो आज हम इस लड़ाई को जीत नहीं सकते उन्होंने कहा कि आंदोलन के इस लड़ाई को चतुराई से तोड़ने की कोशिश की जा रही थी परंतु हमारे मजदूर के एक होने के वजह से हमारी लड़ाई को तोड़ नहीं पाए और हमारी जीत सुनिश्चित हुई मजदूर का आंदोलन एक बार टूट जाती है तो उसे जोड़ने में बहुत मुश्किल बहुत समय लगती  1 साल पहले हम लोगों ने नोटिस दिया था कि मजदूरों का पीएफ ग्रेच्युटी केंद्र सरकार, एनटीपीसी, सेल जैसे क्राइटेरिया के तहत किया जाए और इसकी नोटिस हम लोग 1 साल पहले ही दे चुके थे के  वहां भी कुछ दिनों तक स्ट्राइक किया गया उस समय सीओ ठाकुर जी के मौखिक आश्वासन के बाद हम लोगों ने आंदोलन 1 दिन का समाप्त किया था जिसमें हमारी यूनियन को एक धक्का जरूर लगा फिर दोबारा मजदूरों के पास गया मजदूर 15 दिनों का टूल डाउन पर गए फिर समय मांग कर उसको समाप्त किया आपको बता दें कि पिछले 4 दिनों की लड़ाई मुकाम पर पहुंची है हमारी वजह से नहीं यहाँ के रैयतों मजदूर के बलबूते पर पहुंची है मैं तो एक मोहरा था 4 दिनों से मजदूर बिना खाए पिए हुए लड़ने में योगदान दिया तब जाकर आज हमारे जीत एकता का परिचय दिया यह एक ऐतिहासिक  एग्रीमेंट रहा. हमारी मांग थी कि इसी एलबीसी एससीसीएल के तरह टाटा पावर लिमिटेड में भी मजदूरों की पीएफ ग्रेजुएटी मिले और यह एमपीएल ने मजदूरों को ठेका मजदूर के तहत जीवन भर रख दिया था जबकि वह रिटायर्ड करते तो उनके हाथ में कुछ नहीं रहता  पीएफ पेंशन मिलेगा  हम टाटा पावर के खिलाफ नहीं है मजदूरों से मधुर संबंध कंपनी बनाए रखें अगर वह हमारे साथ मधुर संबंध रखेंगे तो हम भी पीछे नहीं रहंगे  हम भी उनके साथ हमेशा से  कदम से कदम मिलाकर चलते रहेंगे.