धनबाद : धनबाद में अस्पतालों में मरीज की मौत और उसके बाद वहां हंगामा व तोड़-फोड़ की घटनाएं कुछ इस तरह आम हो गई हैं, मानों लगता है कि जिले में कानून-व्यवस्था हो ही नहीं.
लगभग हर एक-दो दिन में इस तरह की घटना दृष्टिगोचर होती है. इससे कई घंटों के लिए अस्पताल से लेकर सड़क तक, हर कुछ बिल्कुल थम जाता है और उपद्रवियों का नंगा नाच होता रहता है.
आज भी ऐसा ही मामला सामने आया, जो जिले की हृदयस्थली मानी जाने वाली सिटी सेंटर एवं आस-पास के इलाकों में हल्ला-हंगामा, आक्रोश, नारेबाजी, आगजनी और सड़क जाम का कारण बना. वहीं, अस्पताल को तो अखाड़ा बना दिया गया, जहां हरसंभव तोड़-फोड़ की गई.
क्या है मामला
बरटांड़ स्थित एशियन जालान में एक्सीडेंट में घायल मरीज की मौत के बाद जमकर हंगामा हुआ. परिजनों ने शव को धनबाद बरवाअड्डा सडक पर रख-कर आगजनी कर घंटों जाम कर दिया.
दरअसल, रविवार की दोपहर धनबाद के धैया स्थित प्रभातम मॉल के समाने एक सड़क हादसा हो गया.
हजारीबाग से आ रही पम्मी बस और एक मोटरसाइकिल की सीधी टक्कर हो गई. मोटरसाइकिल पर एक दंपति व एक बच्चा समेत कुल तीन लोग बैठे हुए थे.
बताते हैं कि बाइक सवार बिन्दा राम पांडरपाला निवासी हैं, जो अपनी पत्नी पार्वती देवी और पुत्र आकाश के साथ बरवाअड्डा से पांडरपाला जा रहे थे. युवक ने भी हेलमेट नहीं पहना था.
टक्कर के बाद सभी घायलावास्था में सड़क पर गिर गये.
गंभीर हालत में उन्हें एशियन जालान हाॅस्पीटल में भर्ती कराया गया. वहां प्राथमिक उपचार के बाद घायलों को रेफर कर दिया गया. इसी क्रम में, पार्वती देवी की मौत हो गई.
उसके बाद तो हाॅस्पीटल से लेकर सड़क तक ऐसा तांडव मचाया गया कि लगभग दो-ढाई घंटे तक पूरा इलाका थम गया और अस्पताल में इलाजरत मरीज सहम गये.
परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर इलाज करने से पहले पैसे मांगने का आरोप लगाया और घंटों शव को सड़क पर रख कर एशियन जालान प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की.
इसके बाद धनबाद सहित कई थाने की पुलिस अस्पताल के पास पहुंची और हंगामे को शांत करने में जुट गई. आरजू-मिन्नत के बाद लोग शांत हुए. काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने शव को पीएमसीएच पोस्टमार्टम के लिए भेजा तब जा कर सड़क जाम हटा.
अस्पताल में जो दिखा, सब पर गुस्साए लोगों ने बनाया निशाना
घटना के दौरान एशियन जालान अस्पताल में खूब हंगामा मचाया गया. गुस्साये लोगों ने जमकर तोड़-फोड़ की और पूरे अस्पताल को अखाड़ा बना दिया.
दो-दो एंबुलेंस के शीशों को चकनाचूर कर दिया. कुर्सियों, गमलों को तोड़ा गया.
हाॅस्पीटल के चारों तरफ लगे ग्लास को तो चकनाचूर कर दिया गया है. जिस बस से टक्कर हुई थी, उसके शीशों को भी चूर चूर कर दिया गया.
हॉस्पिटल प्रबंधन की मानें, तो लगभग 15 लाख से ज्यादा का नुकसान हुआ है.
कोई सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल धनबाद में काम करे तो कैसे : राजीव शर्मा
एशियन जालान अस्पताल का संचालन कर रही जीवन रेखा ट्रस्ट के सचिव राजीव शर्मा ने कहा कि इस तरह की घटनाएं धनबाद की छवि को खराब कर रही है.
वर्ल्डक्लास सुविधाएं देने वाला हाॅस्पीटल ऐसी स्थिति में कैसे स्थिरतापूर्वक काम कर पाएगा. हम चौबीसों घंटे अत्याधुनिक सुविधाएं मरीजों को देने में संलग्न हैं.
मरीजों के लिए लगातार सुविधाएं एवं संसाधन बढ़ाने के हमारे प्रयास जारी हैं.
पार्वती देवी वाले मामले में मरीज की अतिगंभीर हालत देखकर रेफर किया गया. लेकिन, परिजन दवाब बनाकर रखना चाहते थे. दो घायलों को भेज भी दिया गया.
तबतक तीसरे की मौत हो गयी. उसके बाद हाॅस्पीटल में हंगामा और तोड़-फोड़ की पराकाष्ठा कर दी गई.
लोगों को यह जरूर सोचना चाहिए कि जिस अस्पताल को वे ढहाने की कोशिश में लगे होते हैं, वहीं पर सामान्य से लेकर गंभीर बीमारी से पीड़ित सैंकड़ो मरीज इलाजरत होते हैं. उनके जीवन की रक्षा कौन करेगा ?
जिस तरह अस्पताल में अराजकता का प्रदर्शन किया गया है, उसमें 12-15 लाख रूपए का नुकसान हुआ है.
हमने तो फर्स्ट एड तक के पैसे नहीं लिए : डाॅ राजन
एशियन जालान हाॅस्पीटल के सेंटर हेड डाॅ राजन ने बताया कि मरीज की हालत बहुत ज्यादा गंभीर थी. हमने फर्स्ट एड करके रेफर किया. लेकिन, परिजन नहीं जा रहे थे.
इसी में एक महिला की मौत हो गई. हमलोगों पर पैसे मांगने का आरोप लगाया गया है, जबकि हमने तो फर्स्ट एड तक के पैसे नहीं लिए.