जेसीआई चिरकुंडा बराकर चेप्टर द्वारा प्राणिक हीलिंग सेमिनार का आयोजन किया गया

रिपोर्ट, बंटी झा

कुमारधुबी : रविवार को जेसीआई चिरकुंडा बराकर चेप्टर द्वारा कुमारधुबी क्लब में प्राणिक हीलिंग (प्राण शक्ति उपचार) विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया. सेमिनार में स्वास्थ्य, समृद्धि, पारिवारिक एवं व्यवसायिक संबंध को प्राणिक हीलिंग के द्वारा जीवन में सरलता के साथ किस प्रकार चल सकता है, इसकी जानकारी दी गयी. जेसी चेतन मुरारका व गौरव मित्तल (दोनों कोलकाता) के द्वारा विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई. उन्होंने बिना स्पर्श व दवा के प्राणिक हीलिंग से विभिन्न रोगों का उपचार की जानकारी दी. कहा कि ऊर्जा बढ़ाकर हर रोग से लड़ा जा सकता है. उन्होंने कहा कि प्राणिक हीलिंग दो सिद्धांतों पर आधारित है. पहला शरीर मे स्व उपचार करने की क्षमता होती है. दूसरा रोग से प्रभावित अंगों पर प्राण शक्ति संचारित करने से उपचार की गति कई गुणा बढ़ जाती है. यह प्राचीन विज्ञान व उपचार की कला है. फिलीपीन्स के मास्टर चोआ कॉक सुई ने वैज्ञानिक अनुसंधान के बाद इस पद्धति को विकसित किया है. उन्होंने कहा इस विधि का उद्देश्य दवाओं का स्थान लेना नहीं बल्कि उसका पूरक है. कहा कि गंभीर बीमारी कैंसर, सर्वाइकल डिस्क सहित अन्य बीमारी का भी इलाज इस विधि से संभव है. लगभग 130 देशों में इस विधि से इलाज किया जा रहा है. मौके पर चेप्टर अध्यक्ष ममता शर्मा,  प्रोजेक्ट डायरेक्टर स्तुति जीवराजिका, कुसुम गोयल, रेणु जैन, संदीप शर्मा, अमित खरकिया, भगवती रुंगटा, रेणु अग्रवाल, कृष्णलाल रुंगटा, मनीष जालान, पंकज वंसल, अमर राजपुरिया, अंकित गाडयान, अर्को रक्षित, मीरा गाडयान, राज अग्रवाल, बीना तुलस्यान आदि थे.