जेल से रिंकू सिंह और बाहर आशीष रंजन संभाल रहा गैंग की कमान

धनबाद :  अमन सिंह को दुमका जेल शिफ्ट करने के बाद सात महीने से धनबाद में रंगदारी उद्योग में मंदी छाई हुई थी. दुमका में जेल प्रशासन की सख्ती से अमन सिंह की घिग्घी बंधी हुई है. अमन सिंह पर शिकंजा कसने के बाद गैंग में नए सरदार ने जगह ले ली है. पुलिस को सूचना मिली है कि धनबाद जेल के बी-थ्री वार्ड में बंद धर्मेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह अमन गैंग को लीड कर रहा है जबकि बाहर गिरोह की कमान जेसी मल्लिक रोड निवासी आशीष रंजन संभाल रहा है.

पुलिस को जानकारी मिली है कि जेल में बैठ कर रिंकू सिंह ही आशीष रंजन से लेकर अन्य गुर्गों को आदेश-निर्देश दे रहा है. हाल के दिनों में जेल से निकलने वाले लड़कों का ब्रेनवॉश कर गैंग से जोड़ा गया है. इन्हीं लड़कों के दम पर धनबाद में रंगदारी के धंधे में हवा भरने की कोशिशें हो रही हैं. आशीष रंजन उन लड़कों से रेकी और फायरिंग कराने की जुगत में है. पप्पू मंडल के घर के बाहर हुई फायरिंग में इसी गैंग का हाथ होने की बात कही जा रही है. पुलिस हाल के दिनों में धनबाद जेल से निकले सभी लड़कों की सूची तैयार कर रही है. अमन के दोस्त अभिनव प्रताप सिंह, वासेपुर के लाला हत्याकांड का आरोपी राजकुमार ठाकुर, गजुआटांड़ निवासी रिंकू खान के अलावा नीरज तिवारी की हत्या में बेल पाने वालों की गतिविधियों की जानकारी जुटाई जा रही है.

आशीष रंजन व्यापारियों को भेज रहा मैसेज

आशीष रंजन उर्फ छोटू लगातार कोयला व्यापारियों को मैसेज भेज कर रंगदारी की मांग कर रहा है. कई कारोबारियों ने इसकी शिकायत पुलिस से की है. धमकी मिलने के बाद कई व्यवसायी भूमिगत हो गए हैं. पुलिस टीमों को आशीष रंजन और उसके गुर्गों पर अंकुश लगाने के लिए सक्रिय किया गया है.

मुन्ना बजरंगी के शूटर रिंकू की होगी जेल शिफ्टिंग

इलाहाबाद सोरांव निवासी रिंकू सिंह धनबाद पुलस की गले की फांस बन जाए इससे पहले पुलिस उसे दूसरी जेल में शिफ्ट करने की तैयारी में है. वह यूपी के गैंगस्टर मुन्ना बजरंगी का शॉर्प शूटर रहा है. आरोप है कि सुल्तानपुर लंभुआ के पंकज सिंह के कहने पर रिंकू ने ही अमन सिंह को नीरज सिंह की हत्या के लिए धनबाद भेजा था. उस समय रिंकू मिर्जापुर जेल में बंद था. नौ अगस्त 2014 को मिर्जापुर के अहरौरा में चूना दरी के ऊपर जंगल में वाराणसी के कुख्यात राजेश चौधरी, कल्लू पांडेय और सूरज सिंह की हत्या हुई थी. इसी कांड में यूपी एसटीएफ ने 2016 में रिंकू को दबोचा था.

फरारी में आशीष और अमर उड़ा रहा पुलिस की नींद

आशीष रंजन करीब डेढ़ साल से पुलिस की आंख में धूल झोंक रहा है. मई 2021 में वासेपुर में जमीन कारोबारी सरफुल हसन उर्फ लाला खान की हत्या के बाद से ही पुलिस आशीष रंजन और अमर रवानी को सरगर्मी से खोज रही है. फरारी के दौरान ही आशीष रंजन पर कतरास के नीरज तिवारी की हत्या का भी आरोप लगा. झरिया के टायर शोरूम मालिक रंजीव साव की हत्या में भी उसका नाम आया. एक बार फिर आशीष धनबाद के व्यापारियों की अमन-चैन का दुश्मन बन बैठा है.