राज्य सरकार द्वारा अनुमति मिलने के बाद भी इंट्री और सीमा विवाद को ले लगातार तीसरे दिन चिरकुंडा बालू घाट से बालू उठाव बंद, राजस्व में नुकसान

निरसा(बंटी झा) :  राज्य सरकार द्वारा अनुमति मिलने के बाद भी धनबाद जिले के चिरकुंडा डुमरकुंडा में लगातार तीसरे दिन बालू उठाव बंद है. जिससे  सरकार के राजस्व पर नुकसान हो रहा है. मामला इंट्री एवं सीमा विवाद को लेकर है. सरकार द्वारा अनुमति मिलने के बाद धनबाद जिले के एगारकुण्ड प्रखंड के डुमरकुंडा दक्षिण पंचायत के मुखिया द्वारा बराकर नदी से बालू उठाव का कार्य शुरू किया गया. लेकिन पहले दिन से ही मामला सीमा विवाद के पेंच में फस गया.   जिसके बाद से लगातार चिरकुंडा बालू परघाट पर ग्रह मंडरा रही है. आज शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन भी बालू उठाव नही हो सका. जिससे मजदूरों एवं व्यवसायियो में आक्रोश व्याप्त है. इस संबंध में जानकारी देते हुए मजदूरों एवं बालू व्यवसायियो ने कहा कि यह क्षेत्र के लिए दुर्भाग्य है कि झारखंड सरकार द्वारा अनुमति मिलने के बाद भी डूमरकुंडा बालू घाट से सुचारू रूप से बालू का उठाव बंद है. जिसके बाद उठाओ सुचारू रूप से ना चले इसको लेकर कुछ लोगों द्वारा लगातार बिना किसी कारण के शिकायत किया जा रहा है जबकि जितने भी मजदूर एवं ट्रैक्टर मालिक हैं वह बालू का उठाव डूमरकुंडा बालू घाट से ही कर रहे हैं. कोरोना के बाद से ही बालू का उठाव बंद था. इस दौरान हम सब ट्रैक्टर मालिक कई बार नगर परिषद के पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों से चालू कराने की मांग की. परंतु वे सब चालू नहीं करा पाए, आज जब चालू हुआ है तो कोई न कोई बहाना बनाकर अवरुद्ध पैदा कर रहे हैं. जिससे ना सिर्फ ट्रैक्टर मालिक बल्कि सैकड़ों मजदूर, चालक एवं इससे जुड़े तमाम लोगों को परेशानी हो रही है. हम लोगों का आग्रह है कि बालू उठाव सुचारू रूप से चलने दें ताकि इसका लाभ आसपास के क्षेत्र के लोगों को मिल सके.