गठबंधन तोड़ कर जेएमएम द्वारा प्रत्याशी देने से निरसा विधानसभा का चुनाव त्रिकोणीय मुकाबला दिलचस्प और कांटेदार भाजपा मासस व जेएमएम के बीच मुख्य मुकाबला होना है तय

रिपोर्ट-  बी के सिंह

निरसा :-  निरसा विधानसभा में गठबंधन काम नही आया. जेएमएम ने निरसा विधानसभा से अंततः  अशोक मंडल को अपना उम्मीदवार   घोषित कर चुनाव मैदान में उतार दिया. इस सीट के लिये अबतक असमंजस की स्थिति बनी हुई थी जो छट गई. अब निरसा विधानसभा से  मुख्य रूप से भाजपा, मासस, जेएमएम  के प्रत्याशी क्रमश अपर्णा सेन गुप्ता,अरुप चटर्जी,एवमं अशोक मंडल के बीच त्रिकोणीय कड़े मुकाबले होने की संभावना हो गई जो काफी दिलचस्प होगा. वैसे भाजपा से बागी हो चुकी अनिता गोराई आजसू का दामन थाम सकती है, अगर आजसू का साथ नही मिला तो निर्दलीय उम्मीदवार हो सकती है इसकी घोषणा स्वम् अनिता गोराई कर चुकी हैं. इसके अलावा एन सी पी पार्टी ने उमेश गोस्वामी को चुनाव मैदान में उतारा है. जेवीएम से भी उम्मीदवार होने की चर्चा है लेकिन अभी घोषणा होना बाकी है. जानकर सूत्र बताते है मुख्य मुकाबला भाजपा,मासस,व जेएमएम के बीच ही होगा. तीनो पार्टियां कमर कस चुकी हैं. पिछले चुनाव में भाजपा के गणेश मिश्र मोदी लहर के बावजूद मात्र एक हजार 35 वोट से वर्तमान विधायक अरुप चटर्जी से चुनाव हार गये. इस बार फॉरवर्ड ब्लाक से भाजपा में आई अपर्णा सेन गुप्ता को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है. श्रीमती सेन गुप्ता 14 वीं चुनाव के पूर्ब फव्ला पार्टी से विधायक बनी थी और मंत्री भी बनी, कम समय मे इन्होंने विकास के कामों की आधारशिला मसलन अस्पताल पुल स्ट्रीट लाइट की रखी थी. इसी विकास की किरण को आधार बना कर चुनाव मैदान में उतरी हैं. इनका कहना है कि इस बार मौका मिला तो निरसा विधानसभा विकास के क्षेत्र में औवल होगा जो पूरे झारखण्ड में एक मिसाल बनेगा. दूसरी ओर तीन टर्म विधायक रह चुके मासस के अरुप चटर्जी के सामने अपने अस्तित्व को बरकरार रखने की चुनोतियाँ होगी . लोंगों का रुझान भी इनके पक्ष में इस लिये है कि 24 घण्टा ये उपलब्ध मिलते हैं. अरुप चटर्जी का कहना है की लोंगों के दुखशुख में बराबर हिस्सा लिया है, जनता का अपार स्नेह मेरे साथ है. जंहा तक विकास का सवाल है तो मैंने विकास किया है तभी तो जनता ने तीन तीन वार मुझे विधायक चुना है. उन्होंने कहा कि यंहा के लोंगों के लिये पेयजल की समस्या विकराल थी, सात सौ करोड़ रु की लागत से निरसा गोबिंदपुर ग्रामीण जलापूर्ति योजना उन्ही का देन है. इस योजना से 236 गांव लाभान्वित होंगे जो एक बड़ी उपलब्धि है. भाजपा की तरह हमारा स्टार प्रचारक नही है हमारा स्टार प्रचारक यंहा की जनता है. आत्मविस्वास से लभरेज अरुप चटर्जी मानते हैं कि इस बार रिकार्ड मतों से चुनाव जीतेंगे. मुख्य मुकाबले में जेएमएम के उम्मीदवार अशोक मंडल अपने को कम नही आंकते. ये विधानसभा का चार बार चुनाव लड़ चुके है. दो बार भाजपा से और दो बार जेएमएम से. पांचवीं बार पुनः जेएमएम से उम्मीदवार पुनः बनाये गए हैं. ईन्होंने जेएमएम के लिये पांच साल कड़ी मेहनत की है, जनता की समस्याओं के निराकरण में इनका काफी योगदान रहा है. पिछले चुनाव में ये तीसरे न0 रहे. श्री मंडल का मानना है कि इस बार के चुनाव में परिवर्तन की लहर है. निरसा विधानसभा की जनता परिवर्तन चाहती है जिसका लाभ उन्हें मिलेगा. एन सी पी के उम्मीदवार उमेश गोस्वामी का कहना है कि भाजपा मासस और जेएमएम से विकास का उम्मीद करना जनता के साथ धोखा है. जनप्रतिनिधि के रूप में सिर्फ अपना विकास किया है. श्री गोस्वामी ने जनता से अपील किया है कि समस्याओं के निराकरण के लिये उन्हें एक बार उन्हें मौका दे. अब देखना है कि चुनाव की वैतरणी पार करने में ऊंट किस करवट बैठता है ? विजय श्री के हकदार कौन होंगे. यह तो आने वाला समय ही बताएगा. वैसे लड़ाई कांटे की हो गई है.