ज्ञानरंजन का कार्यकर्ताओं समेत जेवीएम से सामूहिक इस्तीफा, टुंडी से निर्दलीय लड़ेंगे चुनाव

झाविमो से टिकट नहीं मिलने के बाद रविवार को पार्टी के जिलाध्यक्ष ज्ञानरंजन सिन्हा ने टुंडी के लाला टोला में टुंडी विधानसभा के कार्यकर्ताओं और शुभचिंतकों से बैठक में रायशुमारी के बाद पार्टी से सामूहिक रूप से इस्तीफा देकर निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की.
कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए ज्ञानरंजन ने कहा कि बाबूलाल मरांडी ने न केवल उन्हें बल्कि टुंडी की जनता को छलने का काम किया है जिसका जवाब टुंडी की जनता 16 दिसंबर को देगी.
इस्तीफा देने वाले में झाविमो के जिलाध्यक्ष ज्ञानरंजन सिन्हा, महासचिव फिरोज कुमार दत्ता, जिला उपाध्यक्ष रमेश कुमार महतो, मीडिया प्रभारी प्रदीप मोहन सहाय, बुद्धिजीवी मंच अध्यक्ष राजेश कुमार साहनी, अधिवक्ता मंच अध्यक्ष पार्थो प्रतीम राय, क्रीड़ा  मंच के केंद्रीय उपाध्यक्ष रंजीत केसरी,महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष बबली दास, आदिवासी मोर्चा के राजगंज मंडल अध्यक्ष अरुण हेम्ब्रम, राजगंज मंडल के युवा मोर्चा के अध्यक्ष प्रेम सोरेन, राजगंज मंडल के अध्यक्ष सुरेश किस्कू समेत टुंडी एवं पूर्वी टुंडी के प्रखंड कमिटी, सभी मंच मोर्चा तथा सभी पंचायत कमेटियों के सदस्य शामिल हैं.
ज्ञात हो कि झाविमो ने शनिवार को टुंडी विधानसभा से डॉ सबा अहमद को पार्टी का प्रत्याशी घोषित किया था. बाबूलाल के इस निर्णय से पार्टी के कार्यकर्ताओं में काफी आक्रोश था. कार्यकर्ता टुंडी विधानसभा से ज्ञानरंजन सिन्हा को उम्मीदवार मानकर चुनावी तैयारी में जुटे हुए थे. उनका कहना है कि ज्ञानरंजन सिन्हा ने झाविमो को धनबाद जिला में सिंचने का काम किया था और गाँव-गाँव पहुँचकर संगठन को तैयार किया था.
रविवार को बैठक में उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं ने एक -एक कर अपना विचार रखते हुए एकस्वर मे विधानसभा चुनाव निर्दलीय लड़ने का निर्णय किया.