स्वतंत्रता सेनानी शहीद अशफ़ाक उल्ला खां को दी गयी श्रद्धांजलि

कतरास : डीएवी स्कूल के समीप स्वतंत्रता सेनानी शहीद अशफ़ाक उल्ला खां की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर शहीद रामप्रसाद बिस्मिल,  रोशन सिंह, राजेन्द्र लाहिड़ी सहित कांकोरी के वीरों को श्रद्धांजलि दी गई. श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता राजेन्द्र प्रसाद राजा ने की.

मुख्य वक्ता डॉ मृणाल-राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जनवादी लेखक संघ ने कहा कि देश के खजाने ले जा रहे ट्रेन को कांकोरी में क्रांतिकारीयों ने रोका और सारी खजाने को उतार लिया. ब्रिटिश सरकार ने इसे कांकोरी लुट के नाम से मुकदमा चलाया. अशफ़ाक उल्ला खां, रामप्रसाद बिस्मिल‌ राजेन्द्र लाहिड़ी, रोशन सिंह को फांसी सहित 14 क्रांतिकारी साथियों को सजा दी गई. अशफाक उल्ला खान को साथियों ने बाहर भेजने की पूरी तैयारी कर ली थी,लेकिन अशफ़ाक उल्ला खां ने यह कहते हुए मना कर दिया कि देश पर मरने की सौभाग्य मुझे मिला है इसलिए मैं विदेश नहीं जाऊँगा और फांसी पर चढ़ेंगे.

 ये चारों साथियों ने देश के लिए बलिदान देकर आजादी का रास्ता साफ किया है. इन्हें हमलोग कभी नहीं भुलाया जा सकता है. झामुमो के प्रखंड सचिव मोना महतो, सीपीएम के निमाई मुखार्जी, कांग्रेस की ओर से पंडित महतो, शौकत खान, i PTA के बिष्णु कुमार एवं जगन्नाथ सोनार, हारूं सोनार, अमीर रईश,परवेज इकबाल, मो. नासीर ख़ान, राजु खान आदि ने भी शहीद के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी.