हेयर टाइप के अनुसार कीजिए बालों को कंडीशन, मिलेंगे बेस्ट रिजल्ट

जब बात हेयर केयर की आती है तो सिर्फ आयलिंग या शैम्पू करना ही काफी नहीं होता. कंडीशनर को अप्लाई करना भी उतना ही जरूरी है.   यह आपके बालों को नरिश करके उसे मुलायम व स्मूद लुक देता है.   इस बात में कोई दोराय नहीं है कि कंडीशनर बालों पर जादू की तरह काम करता है. लेकिन इसका अर्थ  यह नहीं है कि हर हेयर वॉश के बाद आप इसका इस्तेमाल करें.   जिस तरह हेयर प्रॉडक्ट का चयन करते समय आप अपने हेयर टाइप का ध्यान देती हैं, ठीक उसी तरह हेयर को कंडीशनर करते समय आपको अपने हेयर टाइप पर ध्यान देना चाहिए. तो चलिए जानते हैं कि हेयर टाइप के अनुसार आपको अपने बालों पर किस तरह और कितनी बार हेयर कंडीशनर अप्लाई करना चाहिए-

थिक हेयर

अगर आपके बाल थिक हैं तो आपको कंडीशनर को बिल्कुल भी स्किप नहीं करना चाहिए.   थिक हेयर उनके हेल्दी होने की निशानी हो सकते हैं, लेकिन उन्हें मॉइश्चराइज्ड रखने के लिए अतिरिक्त हाइड्रेशन की जरूरत होती है.   ऐसे में कंडीशनर आपके काफी काम आ सकता है.   भले ही आप हर दिन हेयर वॉश ना कर पाएं, लेकिन फिर भी आपको कंडीशनर के स्टेप को मिस नहीं करना चाहिए.   बस अपने बालों को गीला करें और कंडीशनर लगाएं.   इसके अलावा, महीने में कम से कम एक बार डीप-कंडीशनिंग जरूर करें.   यह बालों के डैमेज को कम करके इलास्टिसिटी को बढ़ाएगा.   साथ ही बालों में शाइन को बढ़ाएगा.   

पतले बाल

पतले बालों के टूटने और उलझने की संभावना अधिक होती है.   ऐसे में बालों की उलझन को दूर करने के लिए बार-बार कंघी का इस्तेमाल करने की जगह आप हर दूसरे दिन अपने बालों को कंडीशन करें.   यह बालों को अधिक स्मूद बनाएगा, जिसके कारण बालों को सुलझाना आपके लिए आसान होगा.   साथ ही बालों के टूटने की संभावना भी कम होती है.   

ड्राई हेयर

हीट, पॉल्यूशन, डस्ट और हेयर स्टाइलिंग टूल्स बालों को रूखा बनाता है.   ड्राई हेयर में मॉइश्चर की कमी होती है, ऐसे में हेयर हेल्थ में सुधार करने के लिए मॉइस्चराइजिंग कंडीशनर की जरूरत होती है.   आप बालों की नमी को दोबारा लौटाने के लिए हर दूसरे दिन कंडीशनर का इस्तेमाल कर सकती हैं.   इसके लिए आप बालों के मास्क से ट्रीट करें.   आप चाहें तो घर में मौजूद दही, मेयोनेज व अंडे आदि का इस्तेमाल करके घर पर ही हेयर मास्क बना सकती हैं.   

कलर्ड हेयर

कलर्ड हेयर को अतिरिक्त देखभाल की जरूरत होती है, अन्यथा हेयर स्ट्रैंड्स सूखे, सुस्त और बेजान हो जाते हैं.   बालों को कलर करने के दौरान हेयर कई केमिकल्स के संपर्क में आते हैं, जिसके कारण बालों की नमी व नेचुरल ऑयल कहीं खो जाते हैं.  

इसलिए बालों की केयर करने के लिए आप नियमित कंडीशनिंग के साथ-साथ अपने बालों को सप्ताह में एक से दो बार डीप-कंडीशन करें.   अगर आपके हेयर कलर्ड हैं तो आप प्रोटीन बेस्ड डीप कंडीशनर का उपयोग करने से बचें क्योंकि बहुत अधिक प्रोटीन वास्तव में आपके बालों को स्टिफ व brittle बनाता है.

Web Title : HAIR TYPE ACCORDING TO HAIR CONDITION, GET BEST RESULT

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