मुरादाबाद : शहर (moradabad) के कटघर थाना क्षेत्र में उस समय चीखपुकार मच गई, जब गणेश विसर्जन के दौरान चार युवक रामगंगा नदी में बह गए. किसी तरह मौजूद लोगों ने तीन युवकों को तो बचा लिया. लेकिन एक युवक नहीं मिला. इसके बाद स्थानीय लोग पुलिस प्रशासन से नाराज हो गए. क्योंकि विसर्जन के समय सुरक्षा के कोई उपाय नहीं किए गए थे. साथ ही सूचना के बाद भी पुलिस टीम राहत-बचाव के लिए नहीं पहुंची. इस पर लोगों दिल्ली-लखनऊ हाइवे जाम कर दिया. इसके बाद पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में रामगंगा नदी में गणेश विसर्जन के दौरान चार युवक गहरे पानी में अचानक डूबने लगे. आसपास खड़े गोताखोरों ने तीन युवकों को डूबने से बचा लिया, लेकिन चौथा युवक योगेश गहरे पानी में समा गया. गणेश विसर्जन करने आए अन्य लोगों का आरोप है कि उन्होंने पुलिसवालों से मदद की गुहार लगाई, लेकिन पुलिस ने ना खुद मदद की और ना ही उन्हें मदद करने दी. आरोप है कि पुलिस ने उनके ऊपर बल प्रयोग भी किया. 3 घंटे तक भी जब कोई मदद पुलिस प्रशासन की तरफ से हादसे वाली जगहा पर नहीं पहुंची. आक्रोशित लोगों ने दिल्ली लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग 24 पर जाम लगा दिया. जाम की सूचना मिलने पर पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए. लेकिन आक्रोशित लोग जाम खोलने को तैयार नहीं थे. उनका कहना था कि पहले गोताखोरों की टीम बुलाई जाए उसके बाद ही वह जाम खोलेंगे. इस दौरान हाईवे पर दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई, प्रदर्शन करने वाले इतने आक्रोशित थे कि वह दो पहिया वाहन सवारों को भी निकलने नहीं दे रहे थे. एक बार पुलिस ने जाम लगा रहे लोगों को समझाने का प्रयास भी किया, और कुछ लोग मान भी गए लेकिन उसके बाद फिर लोगों ने जाम लगा दिया. 3 घंटे से ज़्यादा समय तक वाहन गर्मी में जाम में फंसे रहे. जाम बढ़ने की सूचना पर एसपी ट्रैफिक सतीश चंद व नगर मजिस्ट्रेट नरेंद्र बहादुर सिंह के साथ मौके पर पहुंचे, और जाम लगा रहे लोगों को आश्वासन दिया के पीएसी की गोताखोर टीम बुलाकर नदी में डूबे योगेश के शव की तलाश कराई जाएगी. जाम लगा रहे लोग पुलिस अधिकारियों के इस आश्वासन पर राजी हो गए, कि पुलिस अब उनकी मदद कर रही है. 3 घंटे से ज्यादा वक्त तक लगे जाम को बिना किसी बल प्रयोग के पुलिस ने समझा-बुझाकर खुलवा दिया. लोगों का कहना है कि जब ज़िला प्रशासन के साथ ही पुलिस को पता था, कि गणेश जी का विसर्जन करने लोग आ रहे हैं, तो पुलिस प्रशासन को वहां पर गोताखोरों की टीम और एक नाव का इंतजाम पहले से ही करके रखना चाहिए था. लेकिन प्रशासन की जरा सी लापरवाही से 3 घंटे से ज्यादा समय तक राष्ट्रीय राजमार्ग जाम रहा.