जयशंकर की लैटिन अमेरिकी और कैरेबियाई समूह के साथ कूटनीतिक बैठक, आर्थिक सुधारों पर सहमति

  जयशंकर की लैटिन अमेरिकी और कैरेबियाई समूह के साथ कूटनीतिक बैठक, आर्थिक सुधारों पर सहमति

विदेश मंत्री  एस जयशंकर ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के उच्च स्तरीय सत्र में कई द्विपक्षीय और बहुपक्षीय बैठकें कीं. जयशंकर ने भारत-सीईएलएसी बैठक के साथ इसकी शुरूआत की. जयशंकर ने अपनी कूटनीति बैठक लैटिन अमेरिकी और कैरेबियाई समूह (सीईएलएसी) के प्रमुखों के साथ की. इसके साथ ही सात विदेश मंत्रियों के साथ बैठक की.

संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र में भाग लेने के लिए भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर रविवार को न्यूयार्क पहुंच चुके हैं. 20 सितंबर से शुरू हो रहे महासभा के सत्र को जयशंकर 24 सितंबर को संबोधित करेंगे. संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने ट्वीट कर बताया कि विदेश मंत्री सत्र से इतर 50 से अधिक द्विपक्षीय व बहुपक्षीय बैठकों में भाग लेंगे. वहीं न्यूयॉर्क पहुंचने के बाद जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में  संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष साबा कोरोसी से  मुलाकात की. इस दौरान जयशंकर ने UNGA 77 के लिए उनकी प्राथमिकताओं पर उन्हें बधाई दी और उन्हें भारत के पूर्ण समर्थन का आश्वासन भी दिया.

विदेश मंत्री  एस जयशंकर ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के उच्च स्तरीय सत्र से पहले कई द्विपक्षीय और बहुपक्षीय बैठकें कीं. जयशंकर ने भारत-सीईएलएसी बैठक के साथ इसकी शुरुआत की. जयशंकर ने अपनी कूटनीति बैठक लैटिन अमेरिकी और कैरेबियाई समूह (सीईएलएसी) के प्रमुखों के साथ की. इसके साथ ही सात विदेश मंत्रियों के साथ बैठक की. भारत-सीईएलएसी बैठक के बाद जारी एक बयान में कहा गया है कि दोनों पक्षों ने भारत-सीईएलएसी मंच को पुनर्जीवित करने पर संतोष व्यक्त किया. उन्होंने लैटिन अमेरिकी देशों के साथ भारत के बढ़ते जुड़ाव पर प्रसन्नता व्यक्त की और भारत-सीईएलएसी संबंधों के पूरे स्पेक्ट्रम की समीक्षा की.

उन्होंने आपसी हितों के क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मुद्दों पर भी चर्चा की. दोनों पक्षों ने संयुक्त राष्ट्र और अन्य बहुपक्षीय निकायों में अपने सहयोग को स्वीकार किया और संयुक्त राष्ट्र के सुधारों और जलवायु परिवर्तन सहित वैश्विक मुद्दों पर मिलकर काम करने पर सहमत हुए.

एस जयशंकर सबसे पहले अर्जेंटीना के विदेश मंत्री सैंटियागो कैफिएरो, जो लैटिन अमेरिकी और कैरेबियाई राज्यों के समुदाय के अस्थायी अध्यक्ष हैं, के साथ बैठक की. बैठक में, उन्होंने भारत-सीईएलएसी सहयोग की समीक्षा की. भारत के विदेश मंत्रालय के अनुसार, बैठक में व्यापार, वाणिज्य, कृषि, खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, स्वास्थ्य, वैक्सीन उत्पादन और रसद पर कोविड महामारी आर्थिक सुधार पर मिलकर काम करने पर सहमती जताई.

इसके अलावा बैठक में ग्वाटेमाला के विदेश मंत्री मारियो एडोल्फो बुकारो फ्लोर्स और त्रिनिदाद और टोबैगो के अमेरी ब्राउन और कोलंबिया के बहुपक्षीय मामलों के उप मंत्री लौरा गिल सावस्तानो मौजूद रहे. जयशंकर ने एक ट्वीट में उनके विचारों के लिए धन्यवाद दिया है और कहा कि हम एक साथ आगे बढ़ेंगे. एक ऐसे क्षेत्र में जहां भारत ने अपनी कूटनीति को बढ़ावा दिया है. त्रिनिदाद और टोबैगो के विदेश मंत्री ब्राउन के साथ बैठक के बाद जयशंकर ने कहा कि यह हमारे 60 साल के राजनयिक संबंधों का उत्सव है. हम पारंपरिक रूप से मजबूत सहयोग को और मजबूत करने के लिए तत्पर हैं.

एस जयशंकर ने अल्बानिया के विदेश मंत्री ओल्टा जहाका और माल्टा के विदेश मंत्री इयान बोर्ग से भी मुलाकात की. इयान बोर्ग के साथ बैठक के दौरान, जयशंकर ने यूएनएससी के लिए उनके चुनाव पर उन्हें बधाई दी और संयुक्त राष्ट्र और राष्ट्रमंडल में सहयोग को प्रगाढ़ बनाने पर भी सहमति जताई. बैठक के बाद जयशंकर ने ट्वीट कर कहा कि यूक्रेन और ऊर्जा सुरक्षा पर विचारों का आदान-प्रदान किया. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में हमारे घनिष्ठ सहयोग की सराहना की और हमारे द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा हुई.

विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने मिस्र के विदेश मंत्री समेह शौरी से भी मुलाकात की. मुलाकात के बाद जयशंकर ने ट्वीट किया, संयुक्त महासभा से इतर मिस्र के विदेश मंत्री समेह शौरी से मिलकर अच्छा लगा. रक्षा, व्यापार और निवेश के क्षेत्रों में हमारे द्विपक्षीय संबंध मजबूती से बढ़ रहे हैं. हरित हाइड्रोजन और अमोनिया, शिक्षा क्षेत्र जैसी नई पहल में सहयोग और बढ़ावा देने पर सहमति बनी.

इंडोनेशिया के बाली में नवंबर में होने वाली जी20 शिखर सम्मेलन से पहले, जयशंकर ने अमेरिकी यात्रा के दौरान इंडोनेशियाई विदेश मंत्री रेटनो मार्सुडी से मुलाकात की. इसके बाद एस जयशंकर ने क्यूबा के विदेश मंत्री ब्रूनो रोड्रिग्ज पैरिला से मुलाकात की.

विदेश मंत्रालय (MEA) के अनुसार, जयशंकर 18 से 24 सितंबर तक न्यूयार्क में रहेंगे, जबकि वह 25 से 28 सितंबर तक वाशिंगटन डीसी का दौरा करेंगे. शनिवार को न्यूयार्क की अपनी यात्रा समाप्त करने के बाद, रविवार को वे तीन दिनों के लिए वाशिंगटन जाएंगे.

भारत-यूएई-फ्रांस की त्रिपक्षीय मंत्रिस्तरीय बैठक हुई. इस दौरान तीनों देश के विदेश मंत्री मौजूद थे. जयशंकर ने बैठक की मेजबानी करने के लिए यूएई के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद का धन्यवाद किया. जयशंकर ने लिखा कि यूएई के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद से मिलकर हमेशा खुशी होती है. हमने साझेदारी की निरंतर प्रगति की समीक्षा की.

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इथियोपिया के उप प्रधानमंत्री और विदेश मामलों के मंत्री, डेमेके मेकोनेन हसन के साथ बैठक की. जयशंकर ने ट्वीट कर लिखा कि देश में नवीनतम घटनाओं पर  मेकोनेन से चर्चा हुई. शिक्षा और व्यापार में अधिक सहयोग पर चर्चा की.




Web Title : JAISHANKAR HOLDS DIPLOMATIC MEETING WITH LATIN AMERICAN AND CARIBBEAN GROUPINGS, AGREES ON ECONOMIC REFORMS

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