लॉकडाउन से मजदूरों का गांवों की ओर पलायन

नोएडा : दिल्ली में लॉकडाउन के ऐलान के बाद नोएडा-एनसीआर में उसका साइड इफेक्ट नोएडा एवं ग्रेटर नोएडा में देखने को मिल रहा है. मजदूरों की यह भीड़ पिछले साल देश भर में लगे लॉकडाउन के दौरान उनके पलायन के जख्म को एक बाद फिर हरा कर रहा है. कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन की आशंका से भी लोग गावों की ओर पलायन करने लगे हैं. हालांकि, प्रशासन लॉकडाउन और पलायन की आशंका से इनकार किया है. दिल्ली में 6 दिन के लिए लगे लॉकडाउन से बिहार और पूर्वांचल के निवासियों की नींद उड़ने लगी है. मजदूरों को आशंका है कि पिछली बार की तरह एनसीआर में वह न फंस जाएं, इसलिए उन्होंने घर जाना शुरू कर दिया है. नोएडा और ग्रेटर नोएडा की सड़कों पर मजदूर वाहनों का इंतजार करते और बसों पर सवार होकर अपने घरों का रुख करते देखे जा सकते हैं.

बस का इंतजार कर रहे बिहार के सिवान निवासी रजत, श्यामबिहारी, संतोष ने बताया कि वह नोएडा स्थित एक कंपनी में काम करते हैं. दिल्ली में लॉकडाउन हो चुका है. पूरी संभावना है कि यूपी में भी लॉकडाउन लगाया जाएगा. ऐसे में वह पहले ही साथियों के साथ घर जा रहे हैं. इन मजदूरों का कहना रहा कि जब उनके पास कोई कामकाज ही नहीं है तो यहां रुकने का कोई मतलब नहीं बनता. अपने गांव की तरफ जा रहे ज्यादातर लोग पूर्वांचल से सटे जिलों के हैं. काम बंद होने से ग्रेटर नोएडा के बादलपुर क्षेत्र में चिनाई का काम करने वाले प्रवासी मजदूर अपने गांव महोबा जा रहे है. उन्होंने बताया कि एक बिल्डर की साइट पर काम करते थे. जिले में लगातार बढ़ते संक्रमण को देखते हुए घर जाने का निर्णय लिया, ताकि भविष्य में यदि लॉकडाउन की घोषणा हो जाए तो किसी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े. उन्होंने बताया कि वह 4 घंटे से सड़क पर खड़े है पर वाहन नहीं मिल रहे हैं. जो बसे आ रही है वे रुक नहीं रही है.

 ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के परी चौक पर सुबह से शाम तक लोगों की भीड़ लगी रही. यात्रियों को बस के लिए काफी इंतजार करना पड़ रहा है. रोडवेज के ग्रेनो डिपो के अफसरों का कहना है कि कौशांबी में बसों के लगने के कारण कुछ रूट पर दिक्कत आ रही है. यूपी रोडवेज के ग्रेनो डिपो के एआरएम लव कुमार का कहना है कि 60 से अधिक बसें कौशांबी भेजी गई हैं. इन बसों को आगरा, बबराला और नोएडा-ग्रेनो रुट से हटाया गया है. कौशांबी में बस जाने की वजह से कुछ रूटों पर बसों की फ्रीक्वेंसी ज्यादा हो गई है. वहीं, ग्रेनो डिपो की बसों में यात्रियों की संख्या बढ़ गई है. पहले 16से 17 हजार यात्री रोजाना सफर करते थे. वहीं, अब 19 से 20, हजार यात्री सफर कर रहे हैं.

Web Title : LOCKDOWN LEADS TO MIGRATION OF LABOURERS TO VILLAGES

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