श्री श्री ने कहा रोहिंग्या मुस्लिमों से किया जाना चाहिए सम्मानजक बर्ताव

गुवाहाटी : आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक व आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने म्यांमार के रोंहिग्या मुस्लिमों को लेकर प्रतिक्रिया दी. आध्यात्मिक गुरु ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रोहिंग्या मुस्लिमों को लेकर म्यांमार की अथॉरिटीज के समक्ष देश का स्टैंड स्पष्ट किया है. शरणार्थियों का मसला सुलझना चाहिए लेकिन उनके साथ तब तक सम्मानजक बर्ताव किया जाना चाहिए जब तक वे अपने देश लौटने के लिए तैयार हों.

श्री श्री रविशंकर ने पड़ोसी देशों से होने वाली घुसपैठ को लेकर भी चिंता प्रकट की है. उन्होंने कहा कि समस्या को सुलझाने के लिए पहले ही प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. अवैध प्रवासियों को वापस भेजने के लिए सरकार काम कर रही है. हम किसी भी देश में अवैध प्रवासियों को अफॉर्ड नहीं कर सकते. आध्यात्मिक गुरु ने कहा कि वे बातचीत के लिए वार्ता विरोधी उल्फा के गुट(उल्फा-आई) और एनएससीएन (के) के संपर्क में है. श्री श्री रविशंकर चाहते हैं कि दोनों उग्रवादी संगठन शांति प्रक्रिया में शामिल हो. उल्फा(आई) का नेतृत्व उसके कमांडर इन चीफ परेश बरुआ और एनएससीएन(के)की अगुवाई खांगो कोन्याक कर रहे हैं.

गुवाहाटी में मीडिया को संबोधित करते हुए आध्यात्मिक गुरु ने कहा उल्फा(आई) और एनएससीएन(के) के अलावा वह पूर्वोत्तर क्षेत्र में सक्रिय कई अन्य उग्रवादी संगठनों के भी संपर्क में है. श्री श्री रविशंकर नॉर्थ ईस्ट इंडिजनस पीपुल्स कांफ्रेंस को संबोधित करने के लिए गुवाहाटी में थे. श्री श्री ने उम्मीद जताई है कि वे उल्फा(आई) और एनएससीएन(के) सहित सभी उग्रवादी संगठनों को मनाने में कामयाब होंगे. उन्होंने कहा कि वे परेश बरुआ के संपर्क में हैं और शांति प्रक्रिया के स्टेक होल्डर्स के बीच विश्वास की कमी को दूर करने की कोशिशों में लगे हुए हैं. श्री श्री ने कहा कि उग्रवाद की मौजूदगी के पीछे प्रमुख वजह विश्वास की कमी है. हम कांफ्रेंस के जरिए उन्हें ऐसा प्लेटफॉर्म देना चाहते हैं जहां वे अपने विचार रख सकें.

श्री श्री ने कहा, मैं देख सकता हूं कि नॉर्थ ईस्ट के उग्रवादी संगठनों के बीच विश्वास की कमी है. हम क्षेत्र में एक दशक से काम कर रहेहैं. अब मैं इन उग्रवादी संगठनों को वार्ता की टेबल पर लाने की कोशिश कर रहा हूं. यह घोषणा करना मुश्किल है कि कब प्रक्रिया पूरी होगी लेकिन मुझे उम्मीद है कि जल्द ही ब्रेकथ्रू मिलेगी. एनएससीएन(के) के साथ वार्ता प्रक्रिया पर श्री श्री ने कहा, गुट के कुछ नेता मेरे संपर्क में हैं और वार्ता प्रक्रिया को लेकर सकारात्मक जवाब मिला है. उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए शांति सर्वोच्च प्राथमिकता है. क्षेत्र की सभी समस्याओं का उस वक्त हल हो जाएगा जब क्षेत्र में एक बार स्थायी रूप से शांति हो जाएगी.

Web Title : SRI SRI RAVI SHANKAR SAID THAT ROHINGYA MUSLIMS SHOULD BE TREATED WITH RESPECTABLE BEHAVIOR