बिल्‍ली का बच्‍चा समझ तेंदुए के शावक से खेल रहे थे बच्‍चे, गुर्राया तो भागे


  मेरठ के किठौर क्षेत्र में एक बार फिर डेढ़ महीने का शावक मादा तेंदुए से बिछड़ गया. इसे बिल्ली का बच्चा समझकर बच्चे उससे खेलने लगे. बच्‍चों ने उसे पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन वह गुर्राया तो छोड़कर भाग खड़े हुए.  

 पिछली बार शावक को नहीं पहचान पाई थी तेंदुआ
किठौर में पिछली बार भी मादा तेंदुआ से उसका एक शावक बिछड़ गया था, जिसे ग्रामीण अपने घर ले आए थे. शावक में इंसानी गंध प्रवेश कर गई. वन विभाग की टीम ने तीन दिनों तक शावक को मां से मिलाने का प्रयास किया लेकिन इंसानी गंध के कारण वह उसे पहचान नहीं पा रही थी.


असीलपुर, भड़ोली, सादुल्लापुर, जड़ौदा, फतेहपुर नारायण, नित्यांदपुर, महलवाला आदि गांवों में वन विभाग पहले ही तेंदुआ होने की पुष्टि कर चुका है. वन विभाग द्वारा ऑपरेशन चलाए जाने के बाद भी तेंदुए को पकड़ा नहीं जा सका. सेंचुरी क्षेत्र से बाहर तेंदुओं का आबादी वाले इलाके में आना गंभीर मामला है.

हर मूवमेंट पर रखी जा रही नजर, सक्रिय हुई टीम
डीएफओ राजेश कुमार ने कहा कि तेंदुए को शावक से मिलाने के बाद मादा तेंदुए और शावक की निगरानी रखी जा रही है. उनके हर मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है. वन विभाग की टीम क्षेत्र में सक्रिय है. लोगों से एहतियात बरतने की अपील है.

 
 
देर रात शावक को साथ ले गई मां
वन्य जीव विशेषज्ञ डॉ. आरके सिंह, उच्चाधिकारियों के नेतृत्व में शावक को उसकी मां से मिलाने की कार्ययोजना तैयार की गई. शाम होने पर जिस जगह से शावक को रेस्क्यू किया गया वहां बॉक्स में उसे सुरक्षित रखा गया. कुछ दूरी से शावक की निगरानी की गई. वन विभाग के कर्मियों के अनुसार मादा तेंदुआ तड़के लगभग 3. 30 बजे शावक को अपने साथ ले गई. इसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली.

Web Title : THE CHILDREN WERE PLAYING WITH THE LEOPARDS CUB, THINKING THAT THE KITTEN RAN AWAY.

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