44 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे

भूली : आसरा वेलफेयर सोसाइटी द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह का कार्यक्रम बड़े ही भव्य और जोरदार तरीके से भुली थाना मैदान में संपन्न हुआ. जिसके गवाह धनबाद के कई जाने- माने हस्तियां बनी और नवविवाहित जोड़ो को सुखद दाम्पत्य जीवन का आशीर्वाद दिया. सामूहिक विवाह 44 जोड़ो का कराया गया, जिसमे जिसमे 29 हिन्दू जोड़े 10 मुस्लिम जोड़े और 5 इसाई जोड़े शामिल थे.

जिनका विवाह उनके ही धर्म के रीती रिवाज के साथ संपन्न कराया गया.इस भव्य कार्यक्रम में मुख्य रूप से धनबाद सांसद पीएन सिंह, विधायक राज सिन्हा, हरी प्रकाश लाटा सहित कई गणमान्य लोगो ने दीप प्रज्वालित कर समारोह की शुरुआत की.

सर्वप्रथम वर पक्ष के लोग आजाद नगर स्थित समां मैरेज हॉल से गाजे बाजे के साथ नाचते झूमते बारात लेकर भुली थाना मैदान पहुंचे जहाँ वधु पक्ष के परिजन मौजूद थे. दोनों पक्षों के सैकड़ो लोगो ने गले मिलकर समधी मिलन की रश्म अदा की. समधी मिलन के बाद जयमाला की रश्म अदा करने का भी आयोजन समिति ने पूरा इन्तेजाम किया था जन्हा वर वधु ने एक दुसरे को वरमाला पहनाकर जयमाला की रश भी अदा कर दी.

हिन्दू जोड़ो का विवाह गायत्री परिवार के ब्राह्मणों ने मुस्लिम जोड़ो का निकाह मौलवियों ने और इसाई जोड़ो का विवाह चर्च के पादरी ने अपने धर्म और रीतिरिवाज के साथ संपन्न कराया.

सामूहिक विवाह में सामिल जोड़ो को अपनी नयी जिंदगी शुरू करने के लिए घेरलू सामान भी दिते गए जिसमे पलंग, बक्सा, रजाई तोसक दुल्हन के लिए पायल,सिंगार बॉक्स वर वधु के वस्त्र आदि शामिल थे साथ ही आसरा वेलफेयर सोसाइटी के सचिव सलाउद्दीन खान ने बताया की मुख्यमंत्री कन्या दान योजना के तहत बीपीएल परिवार में शामिल जोड़ो को 30 हजार रूपये का चेक दिया जाएगा.

साथ ही उन्होंने कहा की सामूहिक विवाह का मुख्य उदेश्य जन कल्याण भाव से जिन परिवारों के बच्चियों का विवाह आर्थिक कारणों से नहीं हो पाता है उनका विवाह कराना और जिनके माता पिता अपने बेटियों को बोझ समझते और उन्हें बेच देते है ऐसी सोच पर अंकुश लगाना है साथ ही दहेज़ प्रथा पर भी लगाम लगाया जा सकेगा.

साथ ही हारून कुरैशी ने कहा की आसरा वेलफेयर सोसाइटी समाज से दहेज़ प्रथा को ख़त्म करने के लिए समाज के आखरी पायदान पर खड़े बच्चियों के विवाह को सरल बनाने के लिए प्रयत्नशील है साथ ही उन्होंने सामूहिक विवाह को सफल बनाने में सहयोग करने वाले हर सदस्य हर संगठन के प्रति आभार प्रकट किया.

वंही धनबाद डेकोरेटर्स एसोसिएशन की और से सभी नव विवाहिओत जोड़ो को एक एक पौधा भी उपहार स्वारूप दिया गया. एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप कुमार ने पौधे की ही तरह उनका दाम्पत्य जीवन हरा भरा रहने का आशीर्वाद दिया.

कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्था के सचिव सलाउदीन खान संयोजक जीतेन्दर कुमार विवाह प्रभारी पूर्व पार्षद हारून कुरैशी अध्यक्ष हक्किमुदीन अंसारी, पार्षद तरान्नुम वारसी , पार्षद अन्दिला देवी,पार्षद प्रतिनिधि कुमार कौशल,शमसेर आलम, राशिद रजा,पंकज कुमार सिंह, अजीज सिद्दीकी,असलम कुरैशी, गुड्डू चोधरी,मुन्ना अंसारी, अब्दुल बारीक, मुकेश लाल यादव,शमशाद आलम, रेखा शर्मा, कला निकेतन के निर्देशक वशिस्ठ सिन्हा, शाहिना बानो, रेहाना खातून संजू देवी का सराहनीय योगदान रहा वहीँ कार्यक्रम का सञ्चालन जीतेन्दर कुमार,मानस रंजन पाल ने किया और धन्यवाद ज्ञापन सलाउद्दीन खान ने किया.

क्या कहते है दूल्हा - दुल्हन

खुशबु कुमारी और पति मुकेश प्रसाद ने बताया की इस तरह की पहल से जंहा जो माँ-बाप अपने बच्चियों को बोझ समझते थे उन्हें सहूलियत मिली है साथ ही अगर इस तरह के आयोजन होते रहे तो समाज से कुप्रथा को जड़ से मिटाया जा सकेगा.

रीता कुमारी और महेश कुमार तुरी ने सामूहिक विवाह आयोजन के लिए आयोजन समिति के सदस्यों को धन्यवाद दिया और उनके इस पहल को सराहनीय बताते हुए कहा की इस आयोजन से गरीब माँ बाप के जो बेटियां कल तक बोझ थी वो आज खुद को इस लिए गौरान्वित महसूस कर रहे की उनके बेटी के विवाह में उनके परिवार के सदस्य ही नहीं बल्कि धनबाद के हजारो लोगो ने उन्हें आशीर्वाद दिया है.

 

Web Title : 51 COUPLES TIED THE KNOT