संदिग्ध मौत मानकर मृतक के परिजनों ने किया हंगामा

घनुडीह: घनुडीह ओपी अंतर्गत थाना के महज चार सौ गज की दूरी पर घनुडीह निवासी उमेश सिंह 45 की मौत को संदिग्ध मानकर मृतक के परिजनों ने हंगामा किया.

मृतक गंजी और जांघिया पहने हुए थे, जबकि पेंट शव के पास रखा हुआ था.

मृतक का पुत्र नवनीत कुमार सूचना मिलते ही परिजनों को लेकर घनुडीह ओपी पहुंचे.

ओपी पहुंचने पर मृतक का पुत्र ने देखा कि उनके पिता का शर्ट हाजत में रखा हुआ है.

हाजत में रखे शर्ट को देखकर परिजन आक्रोश में आ गए.

परिजनों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए थाना का घेराव करने के साथ ही झरिया-बलियापुर मुख्य मार्ग जाम कर दिया.

सूचना पाकर जोरापोखर सर्किल इंसपेक्टर मिथिलेश कुमार और सिंदरी डीएसपी विकास कुमार पांडेय घटना स्थल पहुंचे और आक्रोशित लोगों को शांत कराया.

परिजनों के आक्रोश को देखकर डीएसपी ने अलकडीहा थाना प्रभारी संदीप बनवार, लोदना थाना प्रभारी सुरेश सिधू व धनबाद से अतिरिक्त बल मंगवााया.

आक्रोशित लोगों को समझाने के बाद सड़क जाम हटा.

मृतक का बेटा ने डीएसपी को संज्ञान देते हुए बताया कि घनुडीह ओपी प्रभारी हरिनारायण राम उसके पिता को जबरन परेशान कर रहे थे.

घनुडीह में 17 मई को हुई ब्लास्टिंग के विरोध में घनुडीह कार्यालय में तोड़फोड़ की गयी थी.

वहीं पुलिस का कहना है कि मृतक ब्लास्टिंग मामले में आरोपी थे जिस कारण पुलिस उन्हें खोज रही थी.

काफी हंगामा होने के बाद डीएसपी ने धनबाद एसडीओ व एसपी से बात कर दंडाधिकारी नियुक्त करवाया.

दंडाधिकारी पंकज कुमार और झरिया सीओ हाजत पहुंचकर शर्ट को जांच के लिए बरामद कर लिया.

वहां से वे दोनों शव के पास पहुंचे और शव के पास रखे पेंट बरामद कर लिया.

पुलिस ने शव को शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

घटना स्थल पर झरिया विधायक संजीव सिंह, पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह अपने डिप्टी मेयर भाई एकलव्य सिंह के साथ पहुंचे.

पुलिस से उनलोगों ने कहा कि मृतक के परिवार को न्याय मिलनी चाहिए.

Web Title : ASSUMING SUSPICIOUS DEATH FAMILLY OF DECEASED PROTESTED