आॅटो हड़ताल से आम आदमी पैदल, वार्ता विफल

धनबाद: आॅटो चालकों की अनिश्चित हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही.

इस कारण आम शहरी तबाह रहे. इधर प्रशासन और आॅटो चालक संघ की वार्ता के बाद मांगों पर सहमति-असहमति और हड़ताल टूटने नहीं टूटने का भ्रम पैदा हो गया है.

प्रशासन का कहना है कि हड़ताल टूट गयी है. जबकि, आॅटो चालक संघ इससे सहमत नहीं.

सड़कों पर शुक्रवार की देर रात तक आॅटो के बिना सन्नाटा था.

लोग पैदल आ-जा रहे थे. हालांकि, रिक्शा और टैक्सीवालों की चल आयी.

शुक्रवार की दोपहर संघ प्रतिनिधि वार्ता के लिए अनुमंडल पदाधिकारी कार्यालय में पहुंचे थे.

वार्ता में अनुमंडल पदाधिकारी अभिषेक श्रीवास्तव के साथ जिला परिवहन पदाधिकारी और पुलिस उपाधीक्षक यातायात भी थे.

प्रशासन ने साफ किया है कि रिजर्व में दूसरे रूट पर जाने की कई शर्तें होंगी.

आॅटो के सामने सफेद बोर्ड पर ब्लू रंग रिजर्व लिखाएंगे.

रास्ते में सवारी नहीं उठाएंगे. रूट भी सफेद रंग से लिखवाएं.

कहीं चैक पर नहीं रोकें. कुछ जगह से अतिक्रमण हटाकर ठहराव की व्यवस्था करने पर विचार किया गया.

वहीं वार्ता में शामिल आॅटो चालक संघ के बाबू खान ने कहा कि प्रशासन पार्किंग की व्यवस्था करे, नो पार्किंग के नाम पर पुलिस जुर्माना लगाना बंद करे , बेवजह पुलिस चालकों पर लाठी नहीं चलाए.

और भी कई सारी मांगे हैं जिसे लेकर शहर के करीब 14 हजार आॅटो चालक नौ अप्रैल से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर हैं.

चालकों की सुधि लेने अब तक जिला प्रशासन का कोई भी अधिकारी नहीं पहंुचा है.

दो दिन की हड़ताल से न सिर्फ यात्रियों की परेशानी बढी है.वहीं, आॅटो चालकों की कमाई बंद है.

आॅटो चालकों की अगुवायी कर रहे राजद नेता हातिम अंसारी ने कहा कि रूट निर्धारण के बाद रिजर्व पैसेंजर लेकर चलने वाले चालकों को ट्रैफिक पुलिस फाइन कर रही है, यह चालकों के साथ अन्याय है.

आॅटो चालकों का कहना है कि नो पार्किंग में वाहन खड़ा करने के आरोप में पुलिस ने आठ-आठ हजार रुपए तक फाइन किए.

हड़ताल के जिम्मेवार प्रशासन है. मांगें जब तक पूरी नहीं होती हड़ताल जारी रहेगी.

लोग पिछले दो दिनों से परेशानी में हैं.

आॅटो धनबाद की लाइफ लाइन है.

झरिया, कतरास और स्टीलगेट-गोविंन्दपुर जाने श्रमिक चैक पर घंटों वाहन के इंतजार में खड़े पाए गए.

सभी परेशानी में थे.

आॅटो हड़ताल के पीछे की बात अभी सामने नहीं आयी है.

आखिर, गलती प्रशासन की है या आॅटो चालकों की.

भुगतना तो आम आदमी को ही पड़ रहा है.

Web Title : AUTO STRIKE CONTINUE DIALOGUE FAIL