अर्जी देने पर भी नही मिला सांसद पीएन सिंह को बॉडीगार्ड

धनबाद : धनबाद पुलिस एवं स्थानीय सांसद पशुपति नाथ सिंह के बीच तकरार बढ़ता जा रहा है.

आरोप है कि सोमवार को सांसद को बाहर ले जाने के लिए सुरक्षा गार्ड (बॉडीगॉर्ड) नहीं दिया गया.

लिहाजा वह बिना सरकारी सुरक्षा के कोलकाता रवाना हो गये.

सत्तारूढ़ भाजपा के सीनियर लीडर सांसद पीएन सिंह पहले से ही धनबाद पुलिस और खासकर एसपी राकेश बंसल की कार्यशैली की आलोचना कर रहे हैं.

ऐसे में ताजा मामला विवाद को और बढ़ा सकता है.
 

बकौल सांसद प्रतिनिधि नितिन भट्ट :

तीन जुलाई को एसपी के आवासीय कार्यालय में इसकी सूचना दी गयी थी.

एक बॉडीगॉर्ड को साथ जाने के लिए अनुमति देने का अनुरोध पत्र दिया गया था.

लेकिन सोमवार शाम चार बजे तक अनुमति पत्र नहीं मिला.

अंतत: शाम पांच बजे सांसद बिना बॉडीगॉर्ड के शताब्दी एक्सप्रेस से कोलकाता के लिए रवाना हो गये.

सात जुलाई को कोलकाता में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पार्टी के सांसद, विधायक, संपर्क प्रमुख एवं जिलाध्यक्षों के साथ बैठक करने वाले हैं.

उक्त बैठक में झारखंड के सीएम रघुवर दास भी शामिल होंगे.


पहले भी लगा है आरोप :

इसके पहले भी विंध्याचल जाने के लिए सांसद ने जब बॉडीगॉर्ड ले जाने की अनुमति मांगी थी.

तब भी एसपी के साथ कुछ मतभेद हुआ था. हालांकि उस बार बॉडीगॉर्ड ले जाने की अनुमति मिल गयी थी.

ज्ञात हो कि बॉडीगॉर्ड को राज्य से बाहर ले जाने की अनुमति क्षेत्रीय डीआइजी देते हैं.

एसपी द्वारा आवेदन को फॉरवर्ड किया जाता है.

एसपी कार्यालय के कर्मियों का कहना है कि सांसद प्रतिनिधि के आवेदन को डीआइजी कार्यालय फॉरवर्ड कर दिया गया था.

 
पुलिस का रवैया आश्चर्यजनक : सांसद

सांसद पीएन सिंह ने कहा कि बॉडीगॉर्ड बाहर ले जाने की अनुमति नहीं मिलना आश्चर्यजनक है. नियमानुसार 72 घंटे पहले लिखित सूचना देनी होती है.

इस बार भी सांसद प्रतिनिधि द्वारा समय से आवेदन दिया गया था. अब इस मामले में किस स्तर पर लापरवाही हुई, यह जांच का विषय है.

बॉडीगॉर्ड के कारण वह (सांसद) पार्टी की महत्वपूर्ण बैठक नहीं छोड़ सकते.

उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस की है.

 
भाजपा-पुलिस में चल रहा है विवाद

धनबाद में भाजपा एवं जिला पुलिस के बीच काफी दिनों से विवाद चल रहा है.

सांसद पीएन सिंह कई बार जिला पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा चुके हैं.

दो दिन पहले भी भाजपा जिला कार्यालय के समक्ष कार्यकर्ताओं ने पार्टी के जिलाध्यक्ष एवं प्रभारी के सामने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की थी.

रविवार को धनबाद पहुंची मंत्री लुइस मरांडी के समक्ष भी पुलिस की शिकायत की थी.

 
डीआइजी का कहना है

सांसद के बॉडीगॉर्ड को बाहर जाने के लिए अनुमति दे दी गयी थी.

रीडर ने मौखिक रूप से मोबाइल पर फोन कर बॉडीगॉर्ड को सांसद के साथ बाहर जाने के लिए कहा था.

डीआइजी ऑफिस का फैक्स खराब था. इसलिए विलंब हुआ.

हालांकि लिखित रूप से भी अनुमति दे दी गयी थी.

 

 

 

Web Title : CLAIMING M.P P N SINGH ALSO DID NOT BODYGUARD

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