इन दिनों ईंट भट्ठों की आड़ में खूब फल फूल रहा है कोयला तस्करी का धंधा

राजगंज : पूर्व एसपी राकेश बंसल व वर्तमान एसएसपी सुरेन्द्र कुमार झा द्वारा अवैध कोयला कारोबार में रोक लगाये जाने के बाद से कोयला तस्करों ने तस्करी का एक नया तरीका इजात किया है. अब कोयला तस्कर ईंट भट्ठों के आड़ में कोयले की तस्करी कर रहे हैं.राजगंज क्षेत्र के कई ईंट भट्ठों में इन दिनों ये खेल खुलेआम चल रहा है. मामले से अभी तक पुलिस प्रशासन अंजान बनी हुई है.

कैसे होता है भट्ठों की आड़ में तस्करी


सभी जानते है की भट्ठों में ईंट को पकाने के लिए कोयले की जरुरत पड़ती है. ऐसे में अगर भठ्ठा मालिक डिपो से कोयला ले तो बहुत महँगा पड़ता है. जब कोयला तस्करी खुले आम चलती थी, तो इन्हें परेशानी नहीं होती थी. क्योकि साइकिलों से तस्कर कोयला इन्हें ला कर कम दामो में दे देते थे.

लेकिन बीते दिनों धनबाद को मिले दोनों एसपी ने कोयला तस्करी में पूर्णतः रोक लगा दी है. जिससे कोयला का दाम घट गया है. ऐसे में ईंट भट्ठे के मालिको ने एक या दो गाड़ी कोयला डिपो से मंगवा लिया है, उसी की आड़ में कोयला तस्करी का धंधा शुरू कर दिया है. डिपो का कोयला हाथी की दाँत बन कर रह गई है. जिसे सिर्फ दिखाया जा सकता है. ये लोग डिपो के कोयलों को दिखाने के लिए रख देते हैं. बाकि का काम साइकलों से कोयला लेकर आने वाले तस्करो के जरिये करते हैं.

Web Title : COAL SMUGGLING RACKET IN THE GUISE OF BRICK KILNS